विकास दुबे के करीबी 54 ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन रद होगा, रजिस्ट्रेशन देने वाले अफसरों पर भी होगी कार्रवाई

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विकास दुबे के करीबी 54 ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन अब रद होगा। रजिस्ट्रेशन करने वाले अफसरों पर भी कार्रवाई होगी। कई विभागों में विकास के 54 करीबी लोग ठेकेदारी कर रहे थे। एसएसपी ने डीएम को पत्र लिखकर 1992 से अब तक ठेकेदारों के लाइसेंस का ब्योरा मांगा है।  

राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाकर विकास दुबे के करीबी कई विभागों में ठेकेदारी कर रहे थे। आरोप है कि उनके जरिए धन अर्जित कर विकास के गिरोह को मजबूत किया जाता था। एसआईटी को प्राथमिक जांच में कमाई का मुख्य स्रोत ठेकेदारी को भी बताया गया है। एसआईटी ने हर विभाग में विकास के करीबी ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मांगी है, जिससे उसके मददगार चिह्नित किए जा सकेंगे। एसएसपी का पत्र आने के बाद कलेक्ट्रेट में जानकारी जुटाई जा रही है। ठेकेदारों की रिपोर्ट एसआईटी को भेजी जाएगी।

14 विभागों से मांगी गई सूचना  
ठेकेदारी पंजीकरण की जानकारी के लिए केडीए, नगर निगम, जलनिगम, पीडब्ल्यूडी, विकास भवन,आरईएस, जलनिगम,  जिला पंचायत पंचायत समेत 14 विभागों से सूचना मांगी गई है। कलेक्ट्रेट से जारी हैसियत  प्रमाण-पत्र के रजिस्टर भी खंगाले जा रहे हैं।

कराए गए कामों की होगी जांच
विकास दुबे के करीबी व उनके गुर्गों की ओर से 14 विभागों में अगर कोई काम कराया गया होगा तो उसकी भी जांच होगी। जिससे उनकी ओर से किए गए कामों को देखा जा सके। काम हकीकत में हुए कि नहीं। उन कामों की स्थिति समेत हर बिन्दुओं की जांच होगी। 

इन लोगों की जानकारी मांगी
विकास दुबे, देवी प्रसाद दुबे, रामकुमार दुबे, सरला दुबे, रिचा दुबे, दीपू दुबे, अंजलि दुबे, आशीष दुबे, आकाश दुबे, शांतनु दुबे, रामजी दुबे, श्यामजी दुबे,  चंद्रप्रभा, रेखा, दिनेश तिवारी, राजू खुल्लर, संकटा प्रसाद, जयकांत बाजपेई, रोशन शुक्ला, अरुणेश कुमार और अवधेश कुमार आदि।