पर्व-त्योहारों के बाद परदेस लौट रहे यात्रियों की भीड़ से मंगलवार को भी जंक्शन पर अफरातफरी रही। इस दौरान हंगामा व मारपीट भी हुई। सहरसा से नई दिल्ली जा रही वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सवार होने के लिए यात्रियों में कहासुनी हुई। विवाद बढ़ने पर मारपीट शुरू हो हुई। रेल पुलिस के आने के बाद विवाद शांत कराया गया।
वैशाली एक्सप्रेस सहरसा से ही पूरी तरह खचाखच भरकर आई थी। मुजफ्फरपुर जंक्शन पर सैकड़ों की संख्या में यात्री जनरल बोगियों में सवार होने के लिए इंतजार कर रहे थे। जब ट्रेन आयी तो यहां के यात्री चढ़ ही नहीं पा रहे थे। इसके बाद यात्रियों के बीच विवाद हो गया। इस बीच ट्रेन खुलने का समय होने के कारण दर्जनों यात्री सवार नहीं हो सके। दूसरी ओर जनरल टिकट काउंटर पर टिकट कटाने के लिए भारी संख्या में यात्री लाइन में खड़े थे। टिकट पहले लेने के लिए इनके बीच कई बार धक्का-मुक्की भी हुई। यात्रियों की शिकायत थी कि ट्रेन का समय होने के बाद भी लाइन में आगे खड़े यात्री टिकट कटवाने नहीं दे रहे हैं। नाराज यात्रियों ने जनरल टिकट काउंटर पर हंगामा भी किया। इस दौरान जीआरपी व आरपीएफ का एक भी जवान जनरल टिकट काउंटर पर तैनात नहीं दिखा।
सप्तक्रांति, पवन, मिथिला सहित सभी ट्रेनों में भीड़
दिल्ली, मुम्बई व हावड़ा जाने वाली ट्रेनों में मंगलवार को यात्रियों को खड़े होने तक की जगह नहीं मिल रही थी। सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए इतनी अधिक भीड़ थी कि यात्रियों को आरपीएफ ने कतार में खड़ाकर सवार कराया। मुम्बई जाने वाली पवन एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए प्लेटफार्म तीन पर यात्रियों ने हंगामा किया। जो यात्री बोगी में नहीं घुस सके, वह दरवाजे पर लटककर रवाना हुए। जनसाधारण व मिथिला एक्सप्रेस में भी यही स्थिति रही।
अमृतसर एक्सप्रेस में चेन पुलिंग, आउटर पर खड़ी रही वैशाली
चेन पुलिंग से अमृतसर से कटिहार जाने वाली अम्रपाली एक्सप्रेस दस मिनट अतिरिक्त समय तक मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रुकी रही। इस कारण नई दिल्ली से आ रही वैशाली एक्सप्रेस आउटर पर करीब पंद्रह मिनट से अधिक समय तक रुकी रही।