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लखनऊ । प्रदेश की राजधानी के लोगों का मेट्रो में सवारी करने का इंतजार अब खत्म हो गया है। तीन वर्ष की मेहनत के बाद तैयारी लखनऊ मेट्रो के सफर का पहला चरण कल से शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गृह मंत्री राजनाथ सिंह कल ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद वह इसकी सवारी भी करेंगे। जनता मेट्रो में छह सितंबर से सफर कर सकेगी।

लखनऊ में मेट्रो ट्रेन कल से रफ्तार भरेगी। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह कल दिन में 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपने संसदीय क्षेत्र को तोहफा देंगे। राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इससे पहले यह दोनों लखनऊ मेट्रो की सवारी भी करेंगे।

लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन की तैयारी रविवार से ही शुरू हो गई थी। पहले चरण के कुल 8.5 किलोमीटर के इस रुट पर दीवाली जैसा नजारा दिख रहा है। जिस मेट्रो ट्रेन में सीएम योगी आदित्यनाथ व गृह मंत्री सफर करेंगे उसे विशेष तरीके से सजावट की जा रही है। योगी आदित्यनाथ व राजनाथ सिंह पहली बोगी में बैठकर ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक नॉनस्टॉप यात्रा करेंगे। जनता के लिए इसका सफर छह सितंबर से शुरू किया जाएगा।

लखनऊ मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा करने में तीन वर्ष लगा। पहले चरण में मेट्रो को बनाने में चार हजार मजदूर लगे। इसका काम 790 दिन में पूरा हुआ जबकि 2 करोड़ 53 लाख 16 हजार रुपए रोज खर्च हुआ।

लखनऊ मेट्रो के हर स्टेशन पर यात्रियों को मेट्रो की ऑटोबायोग्राफी सुनाई देगी।

मेट्रो स्टेशन पर सुनाई देने वाले स्पेशल मेट्रो रेडियो के जरिए यह ऑटोबायोग्राफी सुनाई जाएगी। मेट्रो की सवारी के दौरान आपको लखनऊ का रंग सहज ही दिखाई देगा। हर स्टेशन पर लखनऊ का नवाबी रंग आपको दिखाई देगा। सीनियर सिटीजन के लिए स्टेशन पर कम ऊंचाई वाले टिकट काउंटर होंगे। मेट्रो की 4 कोचों में एक हजार से अधिक लोग सवारी कर सकेंगे।

लखनऊ के लोगों में इसको अलग ही उत्साह है। यहां दो दिन में ही 1305 स्मार्टकार्ड बिक गए हैं। सभी स्टेशनों पर अनपेड एरिया में फ्री टॉयलेट सुविधा होगी। कुछ महीनों के बाद लखनऊ मेट्रो में 10 मिनट की वाई-फाई सुविधा भी शुरू होगी। इसमें दिव्यांगों के लिए खास इंतजाम किया गया है।

लखनऊ मेट्रो की कुल 23 में से 19 महिला पायलट होंगी। ड्राइवरलेस ट्रेनों के लिए रास्ते तैयार करने के लिए सीबीटीसी का इस्तेमाल किया जायेगा। इसमें कण्ट्रोल वॉइस सिस्टम के जरिए तेज आवाज को कंट्रोल किया जायेगा। स्टेशन पर एस्क्लेटर्स स्टेयर्स में कपड़ा फंस जाने पर इमरजेंसी बटन आपकी मदद करेगा। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पेड़-पौधों को भी लगाया जा रहा है। इस मेट्रो में दिव्यांगों के लिए खास इंतजाम किये गए गए हैं। विशेष प्रकार की टाइल्स स्टेशन पर बनाई गई है जिसकी मदद से यात्री प्लेटफॉर्म तक जायेंगे। टिकट की जांच क्यूआर कोड से की जाएगी।