ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली है. भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलवाई. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी उनको भारतीय जनता पार्टी में आने की बधाई दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उनको ‘महाराज’ कहकर बुलाते हैं. शिवराज सिंह ने भी उनको इस नाम से ही ट्वीट कर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ”स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज”
स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज। @JM_Scindia
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) March 11, 2020
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”आज पार्टी और मेरे लिए खुशी का दिन है. आज मुझे राजमाता सिंधिया जी की याद आई. ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के सदस्य बन चुके हैं. यशोधरा जी भी हमारे साथ हैं. अब पूरा परिवार बीजेपी के साथ है. उनकी एक परंपरा है जहां राजनीति लोगों की सेवा करने का एक माध्यम है.”
SS Chouhan, BJP: It's a joyous day for BJP & me personally. Today, I remember Rajmata Scindia ji. #JyotiradityaMScindia has become a member of BJP family. Yashodhara ji is here with us. Entire family is with BJP. They have a tradition where politics is a medium to serve people. pic.twitter.com/ixv06UUjwP
— ANI (@ANI) March 11, 2020
सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक पार्टी के 21 विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ऐसी अटकले हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण पार्टी के महासचिव एवं पूर्ववर्ती ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नौ मार्च को लिखे इस्तीफा पत्र में सिंधिया ने कहा कि उनके लिये आगे बढ़ने का समय आ गया है क्योंकि इस पार्टी में रहते हुए अब वह देश के लोगों की सेवा करने में अक्षम हैं.
सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1971 में जनसंघ के सांसद के रूप में की थी और बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये थे.