नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की। अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर में सत्ताधारी पीडीपी उम्मीदवार नजीर खान को 10,700 से अधिक मतों से पराजित किया।
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल्ला को करीब 48,554 वोट जबकि खान को 37,779 वोट मिले। इस लोकसभा सीट के लिए मतदान नौ अप्रैल को व्यापक हिंसा के बीच हुआ था, जिसमें नौ व्यक्तियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। यहां सिर्फ 7.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे कम है। चुनाव आयोग ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के 38 मतदान केंद्रों पर 13 अप्रैल को पुनर्मतदान भी कराया था। लोकसभा सदस्य के तौर पर फारूख अब्दुल्ला का यह तीसरा कार्यकाल होगा। उनकी जीत को सत्ताधारी पीडीपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पहले वह 1980 और 2009 में लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
तीसरे स्थान पर नोटा
वैसे तो इस लोकसभा सीट पर सात अन्य उम्मीदवार भी थे, लेकिन तीसरे स्थान पर नोटा रहा। करीब 930 लोगों ने इस विकल्प का चयन किया। यह सीट पीडीपी नेता तारिक हामिद कर्रा के लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी।
सिक्किम उपचुनाव में भाजपा पराजित
राज्य के अपर बर्तक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) ने भाजपा उम्मीदवार को पराजित कर दिया। एसडीएफ उम्मीदवार डीआर थापा को 8,406 वोट हासिल हुए, जबकि भाजपा उम्मीदवार सुरेश खनल को महज 374 वोट मिले। इस विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। यहां कांग्रेस उम्मीदवार सुमित्रा राय को सिर्फ 98 मत मिले। इस सीट से तत्कालीन विधायक प्रेम सिंह तमांग को अयोग्य ठहराए जाने के बाद यहां उपचुनाव कराने पड़े हैं।