नई दिल्ली: गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार के सलाहकारों की नियुक्तियों रद्द करने के बाद ‘आप’ के नेता राघव चड्ढ़ा ने अपना ढाई रुपये का मेहनताना लौटा दिया है. बुधवार को राघव चड्ढ़ा ने इस बाबत गृहमंत्रालय को ढाई रुपये का डिमांड भेजा है. चड्ढ़ा ने कहा कि आप सरकार ने फरवरी 2015 में मुझे और शिक्षाविद आतिशी मर्लीना सहित कुछ अन्य विशेषज्ञों को बतौर सलाहकार नियुक्त किया था.
उन्होंने कहा कि आतिशी एक रुपये प्रति माह सांकेतिक वेतन पर काम कर रही थी और मैंने बजट बनाने में सरकार की मदद के लिए 75 दिन तक काम किया था, जिसके एवज में सरकार से ढाई रुपये मेहनताना लिया था. मैंने डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से केन्द्र सरकार को यह राशि वापस कर दी है. गौरतलब है कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार के 9 सलाहाकारों की नियुक्ति रद्द कर दी थी.
वहीं पार्टी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार के जनहित के कार्यों को ठप करने के लिए राजनीतिक द्वेष के कारण सलाहकारों की नियुक्ति रद्द करने के लिए यह फैसला किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता भाजपा की इस साजिश से वाकिफ है और उचित समय पर इसका जवाब भी देगी.