सी एम कॉलेज में “ई.कॉमर्स की पढ़ाई एवं रोजगार की संभावनाएं” विषयक कार्यक्रम आयोजि

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सी एम कॉलेज में “ई.कॉमर्स की पढ़ाई एवं रोजगार की संभावनाएं” विषयक कार्यक्रम आयोजित।

ई-कॉमर्स का भविष्य स्वर्णिम है, जिसके द्वारा हम सुई से जहाज तक सुगमता से उचित मूल्य पर कहीं भी मंगवा सकते हैं। इसका क्षेत्र अत्यंत विस्तृत एवं विश्वव्यापी है, जिसमें रोजी-रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। आज सभी छोटे- बड़े व्यापारी ई-कॉमर्स की ओर अधिक ध्यान दे रहे हैं। उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा में कैरियर ओरिएंटेड प्रोग्राम के तहत संचालित ई-कॉमर्स सर्टिफिकेट कोर्स के तत्वावधान में “ई-कॉमर्स की पढ़ाई एवं रोजगार की संभावनाएं” विषयक ऑनलाइन व ऑफलाइन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अमेजन,इंदौर के ह्यूमन रिसोर्स के सीनियर मैनेजर बसंत शर्मा ने कहा। उन्होंने विस्तार से ई-कॉमर्स के स्वरूप तथा उसमें विभिन्न नौकरियों एवं रोजगारों की चर्चा करते हुए कहा कि हम सी एम कॉलेज से ई कॉमर्स की पढ़ाई किए अच्छे छात्रों का चयन अमेजन हेतु करेंगे।

अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि मिथिला ई-कॉमर्स के लिए विस्तृत क्षेत्र है, जहां कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है और आगे बढ़ने की व्यापक संभावनाएं हैं। मिथिला ज्ञान समाज के रूप में जाना जाता है, पर आर्थिक उन्नति हेतु कंप्यूटर ज्ञान की तकनीकी भी आवश्यक है। प्रशिक्षित युवा ई-कॉमर्स में काफी आगे बढ़ सकते हैं। विशेषकर यहां के मिथिला पेंटिंग, पान, मखाना, मछली व कलात्मक वस्तुओं की ई-कॉमर्स द्वारा ज्यादा व्यापार संभावना है। यह गरीबी दूर करने का भी एक बेहतरीन उपाय है।
मुख्य वक्ता के रूप में ई-कॉमर्स के कोऑर्डिनेटर डा ललित शर्मा ने कहा कि वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का है। कुशल भारतीय युवाओं की विश्वव्यापी मांग है। आज व्यापार का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। लोग घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं की मांग करते हैं। इस दृष्टि से ई-कॉमर्स एक तेजी से उभरता हुआ व्यापार क्षेत्र है, जिसमें लाखों युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश कराते हुए सर्टिफिकेट कोर्सों के चीफ कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन ही ई-कॉमर्स है, जिसमें वस्तुओं एवं सेवाओं को खरीदना एवं बेचना शामिल है। इसमें उत्पाद की खरीद या बिक्री हेतु वैश्विक बाजार उपलब्ध होता है। इसके लिए इंटरनेट एवं कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। काम समय वह कमरे में बेहतर वस्तु एवं सेवा घर पर उपलब्ध होने के कारण ई-कॉमर्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। आने वाले अगले 5 वर्षों में ई-कॉमर्स 4-5 गुणा तक बढ़ जाएगा।
कार्यक्रम में डा आशीष कुमार बरीयार, डा विकास सिंह, डा रंजना झा, विजय श्रीवास्तव, अशोक साह, आशुतोष, खुशबू ,देवकांत, गौरीशंकर, शिवम, नीतीश, कल्याणी, अनिकेत, रंजन भगत, आदित्य, अमन ठाकुर, साहिल शर्मा, मुनीरा खान, सत्यम कुमार, राजकुमार गणेशन, मोहन,प्रिया, पूजा, गौरव, प्रियांशी, दिनेश, अतुल तथा फरहा ने सहित 60 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया। वाणिज्य विभाग की प्राध्यापिका डा दिव्या शर्मा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन उर्दू की शिक्षिका डा मसरूर सोगरा ने किया।