उड़ान के दौरान प्लेन हाइजैक और आतंकी खतरे से निपटने के लिए अब अमेरिका कड़े कदम उठाने को तैयार है. ट्रंप प्रशासन में आंतरिक सुरक्षा मंत्री जॉन केली ने रविवार को कहा कि खतरे की आशंका के मद्देनजर वह देश में आने वाली और वहां से जाने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में लैपटॉप लाने-लेजाने पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं.
एक टीवी चैनल से बातचीत में केली ने कहा कि अमेरिकी सरकार व्यापक रूप ये प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि उड़ानों के खिलाफ कई खतरे हैं, जिनसे निपटने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है. केली ने कहा कि आतंकी उड़ान भर रहे विमान, विशेष रूप से अमेरिकी विमानों को मार गिराने की फिराक में हैं.
अमेरिका में ट्रंप सरकार के गठन के बाद आंतकी वारदातों पर और सघनता से नजर रखी जा रही है. ट्रंप प्रशासन ने 8 मुस्लिम देशों के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री पर पहली ही रोक लगा रखी है. दुनियाभर में हो रही आतंकी घटनाओं पर अमेरिका नजर बनाए हुए है और लगातार राष्ट्रपति ट्रंप आतंकवाद के खात्मे की बात पर जोर देते आए हैं.
इलेक्ट्रॉनिक सामान लाने पर बैन
डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने 8 मुस्लिम बहुल देशों से आ रहे विमानों में यात्रियों के ऊपर ट्रैवल संबंधी नई पाबंदियां लगाई हैं. इनमें मिस्र, जॉर्डन, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात से आ रहे विमानों में यात्री आईपैड, कैमरा जैसे छोटे इलेक्ट्रॉनिक सामान नहीं ला सकेंगे.
ब्रिटेन ने भी लगाई पाबंदी
ब्रिटेन ने भी कड़ा कदम उठाते हुए 6 मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर उड़ान के समय लैपटॉप और टैबलेट अपने साथ लेकर यात्रा करने पर रोक लगा दी है. ब्रिटेन सरकार के निर्देश के मुताबिक यह बैन तुर्की, लेबनान, जॉर्डन, मिस्त्र, ट्यूनिशिया और सऊदी अरब की उड़ानों पर लागू होगा. इसके तहत विमानों में लैपटॉप, टैबलेट, डीवीडी प्लेयर और एक निश्चित आकार के मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा.