हिन्दुस्तान शिखर समागम : मुझे राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं, काम को पकड़ूंगा- अखिलेश यादव

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित हिन्दुस्तान शिखर समागम में एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं है, मैं काम को पकड़ूंगा। उन्होंने कहा कि इस बार हम सभी जाति धर्म को मिलाकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर कहा कि अकेले चुनाव लड़ेंगे, बिना गठबंधन किए अडजस्टमेंट करेंगे।

उन्होंने कहा कि सामने वाले पर भरोसा कर लड़ाई लड़ रहा था अब पता है लड़ाई क्या है। जमीन की राजनीति न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी तेजी से साइकल चलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि झांसी, शाहजहांपुर, कन्नौज समेत कई जगह हमने मेडिकल कॉलेज दिए हैं। मौजूदा सरकार सिर्फ हमारे काम बता रही। उनके अपने काम एक भी नहीं है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित हिन्दुस्तान शिखर समागम में एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं है, मैं काम को पकड़ूंगा। उन्होंने कहा कि इस बार हम सभी जाति धर्म को मिलाकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर कहा कि अकेले चुनाव लड़ेंगे, बिना गठबंधन किए अडजस्टमेंट करेंगे।

उन्होंने कहा कि सामने वाले पर भरोसा कर लड़ाई लड़ रहा था अब पता है लड़ाई क्या है। जमीन की राजनीति न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी तेजी से साइकल चलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि झांसी, शाहजहांपुर, कन्नौज समेत कई जगह हमने मेडिकल कॉलेज दिए हैं। मौजूदा सरकार सिर्फ हमारे काम बता रही। उनके अपने काम एक भी नहीं है।

अखिलेश यादव यादव ने कहा कि 2022 में सरकार बनानी है इसलिए आया हूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को बधाई देना चाहता हूं कि जिन्होंने काम पर वोट किया, भाषण और गोली पर वोट नहीं किया। काम बोलता है इसका नजारा 2022 में देखने को मिलेगा। दिल्ली की जनता ने काम पर बोला है तो यूपी भी 2022 में बोलेगा।

एक्सप्रेस वे कौन कितनी जल्दी बनाए इस पर बहस हो
अखिलेश यादव ने कहा कि हम काम पर बात करना चाहते हैं, बात इस पर होनी चाहिए कि सबसे पहले हाईवे कौन बना सकता है। एक्सप्रेस वे पर कोई भी चलेगा तो समाजवादी पार्टी को वोट करेगा। इन्वेस्टर सम्मिट का अब तक कोई फायदा नहीं हुआ। इन्वेस्टमेंट कहां है? कागज पर इन्वेस्टमेंट हैं, मगर जमीन पर कहां है? प्रदेश में इतनी बड़ी इन्वेस्टर समिट हुई, प्रधानमंत्री जी आए, राष्ट्रपति जी आए लेकिन कितना विकास हुआ ये बताओ। कितने इन्वेस्टमेंट हुए। एमओयू तो किसी के भी साथ कर सकते हैं।