नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से ‘काशी महाकाल एक्सप्रेस’ (Kashi Mahakal Express) को हरी झंडी दिखाई. यह एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी से इंदौर तक जाएगी. ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराएगी. इस ट्रेन की खासियत है कि इसमें एक सीट भगवान शंकर के लिए भी रिजर्व की गई है. इस सीट पर भोलेनाथ का एक छोटा मंदिर स्थापित किया गया है. साथ ही यह विचार किया जा रहा है कि इस ट्रेन में यह सीट भोलेनाथ के लिए स्थाई तौर पर रिजर्व रहे. इसको लेकर साथ विवाद भी शुरु हो गया है. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रेन में मंदिर बनाए जाने का विरोध किया है. उन्होंने पीएमओ को टैग करते हुए संविधान की प्रस्तावना को ट्वीट किया है.