मेरठ में पति बन गया दरिंदा, पत्नी को भी देह व्यापार में ढकेला

506

मेरठ (जेएनएन)। प्रेम विवाह के बाद मेरठ के एक युवक ने अपनी पत्नी को कुछ दिन बाद ही अपना असली रूप दिखा दिया। पत्नी कल पुलिस के पास शिकायत करने पहुंची। उसका आरोप है कि उसकी ससुराल में सेक्स रैकेट चलता था। उसने जब विरोध किया तो पति ने महिला को भी ग्राहकों के सामने परोस दिया।

मेरठ में एक महिला के लिए उसका पति ही दरिंदा बन गया। महिला से प्रेमविवाह करने वाले उसके पति ने उसे भी देहव्यापार के धंधे में धकेल दिया। लंबे समय तक दुष्कर्म का शिकार होने के बाद अपने पति की चंगुल से आजाद हुई इस महिला ने अब पुलिस से शिकायत की है।

मेरठ के गंगानगर इलाके की इस महिला का प्रेम विवाह 14 अगस्त 2014 को मोदीपुरम के प्रमोद के साथ हुआ था। प्रमोद ने कुछ दिन तो उसे ठीक से रखा, लेकिन फिर उसने उसके साथ दरिंदगी शुरू कर दी। इसके बाद बात तब बिगड़ी जब महिला को पता चला कि उसका पति, जेठ और ननद मिलकर सेक्स रैकेट चलाते हैं।

इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के कई जिलों के अलावा देश के कई प्रांतों की महिलाओं की खरीद-फरोख्त करना भी उनका धंधा है। महिला ने विरोध किया तो पति प्रमोद ने उसे गंगानगर के एक मकान में बंधक बनाकर रखा और उसे देहव्यापार के धंधे में धकेल दिया।

यह भी पढ़ें: योगी सरकार का भ्रष्टाचार पर वार, सोराज सिंह अब कृषि निदेशक

महिला का आरोप है कि पति के बहनोई ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। लगातार यौन शोषण के चलते महिला कई बार गर्भवती हुई। हर बार उसका जबरन गर्भपात कराया गया। कुछ महीने पहले पति की नौकरी गोंडा में लगी तो वह किसी तरह बंधन से आजाद होकर अपने मायके पहुंची और फिर अपने दरिंदे पति को तलाशते हुए गोंडा तक जा पहुंची।

यह भी पढ़ें: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुरू की यूपी स्टार्टअप यात्रा, भरा जोश

इस महिला ने अपने पति की करतूतों की शिकायत यहां पुलिस से भी की, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से न लेकर दोनों के बीच सुलहनामा लिखवा दिया।

यह भी पढ़ें: यूपी भाजपा का संकट खत्म, विधानपरिषद की पांचवी सीट के लिये भी उप चुनाव

गोंडा से मेरठ पहुंची पीडि़ता ने पति के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिये है। महिला को मेडीकल परीक्षण के लिए भेजा गया। पुलिस इस मामले से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयासरत है। पुलिस का दावा है कि परीक्षण और जांच पूरी होते ही आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।