नई दिल्ली :28 कंपनियों के निजीकरण का पूरे देश में विरोध करने एवं पूरे देश में इस पर धरना, रैली प्रदर्शन करने का आह्वान

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नई  दिल्ली : दलित, पिछड़ा एवं विभिन्न अल्पसंख्यक संगठनों द्वारा आज दिल्ली के रामलीला मैदान में निजीकरण , ईवीएम एवं बेरोजगारी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर की रैली आयोजित की गई जिसमें पूरे देश से लोग शामिल हुए. रैली का संयोजन एवं अध्यक्षता पूर्व सांसद श्री उदित राज जी ने किया.

राम लीला मैदान मे 28 कंपनियों के निजीकरण के विरोध मे रैली

रैली में दिल्ली की पूर्व मंत्री किरण वालिया, दिल्ली सरकार के कई वर्तमान मंत्री, समाजवादी पार्टी के कई सांसद एवं कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए.

सामाजिक संगठनों में भीम आर्मी से अमर आजाद, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी देवाशीष जरारिया, NAPM के बिहार राज्य संयोजक मोहम्मद काशिफ यूनुस एवं कई अन्य शामिल हुए.

    28 कंपनियों के निजीकरण के विरोध मे दिल्ली के राम लीला मैदान मे, फोटो मे उदित राज, काशिफ युनुस पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता किरण वलिया को भी देखा जासकता है

रैली में सरकार द्वारा 28 कंपनियों के निजीकरण का पूरे देश में विरोध करने एवं पूरे देश में इस पर धरना, रैली प्रदर्शन करने का आह्वान श्री उदित राज जी द्वारा किया गया तथा रैली में इसको लेकर प्रस्ताव भी पारित हुआ. अगर सरकार 28 कंपनियों का निजीकरण नहीं रूकती है तो बहुजन संगठनों द्वारा पूरे देश में इसके विरोध में धरना प्रदर्शन किया जाएगा और बहुजन संगठन सड़क पर आएंगे.

इस अवसर पर बोलते हुए मोहम्मद काशिफ यूनुस ने कहा कि हमें नेता नहीं जनता की जरूरत है अगर जनता सड़क पर आ जाए, जैसे दूसरे मुद्दों पर आती है तो सरकार को फौरन ही निजीकरण रोकना पड़ेगा. अतः राजनीतिक कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह लोगों में जागरूकता लाएं ताकि निजीकरण के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा किया जा सके.

रैली में वक्ताओं ने ईवीएम का विरोध करने एवं चुनाव आयोग से ईवीएम हटाने की भी मांग की. कहा गया कि सभी विकसित देशों में जब ईवीएम का इस्तेमाल नहीं हो रहा है तो आखिर सरकार और चुनाव आयोग ईवीएम पर जिद क्यों लगाए हुए है???