अमेरिका से तनाव के बीच ईरान ने हमले के लिए बनाया एयर क्राफ्ट कैरियर, सैटेलाइट इमेज में खुलासा

340

ईरान ने अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिणी तट पर संभावित युद्धाभ्यास के लिए विमान वाहक पोत की प्रतिकृति बनाई है। ईरान द्वारा तैयार विमान वाहक पोत की प्रतिकृति का पता उपग्रह से ली गई तस्वीरों से चला जो मंगलवार (9 जून) को एसोसिएटड प्रेस को प्राप्त हुई। यह प्रतिकृति अमेरिकी नौसेना के निमित्ज श्रेणी के विमान वाहक पोत जैसी है जो नियमित रूप से होरमुज जलडमरुमध्य से फारस की खाड़ी में दाखिल होता है। इसी मार्ग से दुनिया का 20 प्रतिशत तेल व्यापार होता है।

हालांकि, ईरानी अधिकारियों ने अबतक प्रतिकृति बनाने की बात को स्वीकार नहीं किया है, लेकिन यह बंदर अब्बास बंदरगाह पर दिखा है। माना जा रहा है कि ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के जवान इसे डुबाने का अभ्यास करेंगे। इसी तरह का अभ्यास 2015 में भी किया गया था।  उल्लेखनीय है कि मंगलवार (9 जून) को ही ईरान ने घोषणा की कि वह रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी की आवाजाही की जानकारी अमेरिका से साझा करने के दोषी व्यक्ति को मौत की सजा देगा। अमेरिका ने ड्रोन हमले में सुलेमानी को इस साल जनवरी में बगदाद में मार गिराया था।

मैक्सर टेक्लोलॉजिस द्वारा उपग्रह से ली गई तस्वीर के मुताबिक विमान वाहक पोत की प्रतिकृति पर 16 लड़ाकू विमानों के मॉडल भी रखे गए हैं।
विमानवाहक पोत के मॉडल की लंबाई 200 मीटर और चौड़ाई 50 मीटर है जबकि वास्तविक निमित्ज श्रेणी के विमान वाहक पोत की लंबाई 300
मीटर और चौड़ाई 75 मीटर है। विमानवाहक पोत की प्रतिकृति मई में उस स्थान से महज कुछ दूरी पर दिखाई दी जहां पर 100 नये स्पीडबोट को
रखा गया है। इन नौकाओं पर मशीन गन और मिसाइलें लगी हुई हैं।

गौरतलब है कि ईरान ने फरवरी 2015 में भी ‘ग्रेट प्रोफेट-9 नाम से युद्धाभ्यास किया था जिसमें इसी तरह विमान वाहक पोत को डुबाने का अभ्यास किया गया था। युद्धभ्यास के दौरान ईरान ने स्पीडबोट से विमानवाहक पोत पर मशीन गन और रॉकेट से हमले की। बाद में सतह से समुद्र में मार करने वाली मिसाइलों से विमानवाहक पोत की प्रतिकृति को निशाना बनाया गया।

ईरानी न्यायपालिका के प्रवक्ता गुलाम हुसैन इस्माइली ने मंगलवार को ही घोषणा की कि रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की खुफिया जानकारी अमेरिका और इजराइल को देने के दोषी व्यक्ति महमूद मौसवी मज्द को रिवोल्यूशनरी अदालत ने दोषी करार दिया। यह अदालत सुरक्षा से जुड़े मामलों की बंद दरवाजे में सुनवाई करती है। उन्होंने बताया कि दोषी ने पैसे के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड, कुद बल और सुलेमानी की यात्रा संबंधी जानकारी दी।

इस्माइली ने आरोप लगाया कि मज्द अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद से जुड़ा हुआ है। बहरहाल, इस संबंध में उन्होंने कोई सबूत नहीं पेश किए और न ही सीआईए और मोसाद के अधिकारियों ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया दी। यह भी स्पष्ट नहीं है कि मज्द को वकील मुहैया कराया गया या नहीं। प्रवक्ता ने यह भी नहीं बताया कि मज्द को कब फांसी दी जाएगी, लेकिन इतना कहा कि यह जल्द होगा। वह मज्द द्वारा दी गई जानकारी से सुलेमानी की मौत को भी सीधे तौर पर जोड़ने से बचते हुए नजर आए।

हालांकि बाद में न्यायपालिका ने बताया कि मज्द को सुलेमानी की मौत से पहले अक्टूबर 2018 में हिरासत में लिया गया था और सितंबर 2019 में मौत की सजा सुनाई गई थी। इस्माइल की ओर से दी गई जानकारी से संकेत मिलता है कि मज्द ईरानी सेना, अर्धसैनिक बल या खुफिया विभाग का सदस्य हो सकता है क्योंकि उसकी पहुंच गोपनीय सूचनाओं तक थी।