दिल्ली में कोरोना के 1118 नए मरीज मिले, पिछले 24 घंटों में 26 की गई जान

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दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1118 नए मरीज मिलने के बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 1.36 लाख के पार पहुंच गई गई है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार शाम को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 1118 नए मरीज मिले हैं वहीं, 26 मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 1,36,716 हो गई है। शनिवार को दिल्ली में 1,201 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर चले गए। राजधानी में फिलहाल 10,596 एक्टिव मामले हैं। वहीं, अब तक कुल 1,22,131  मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या 3989 हो गई है।

दिल्ली में नया सिरो सर्वे शुरू

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार, एक अगस्त से नए सिरे से सिरो प्रीविलेंस सर्वे शुरू हुआ है। पांच दिन तक चलने वाले इस सर्वे में सभी जिलों और विभिन्न तबके के लोगों को शामिल किया जाएगा। दिल्ली में कोविड-19 की समग्र स्थिति का पता लगाने के लिए यह सर्वे किया जा रहा है। आज से शुरू हुए इस सर्वे में उत्तर दिल्ली और उत्तर-पश्चिम दिल्ली सहित चार जिलों से नमूने लिए जाएंगे।

सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सर्वे के तहत एक से पांच अगस्त के बीच विभिन्न इलाकों में अलग-अलग आयु वर्ग के 15,000 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे। सभी 11 जिलों से कुछ अन्य सैंपल भी लिए जाएंगे।

सीरो प्रीविलेंस सर्वे में व्यक्ति के रक्त की जांच कर यह पता लगाया जाता है कि उसके शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता है या नहीं। पिछले सिरो सर्वे के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने 22 जुलाई को कहा था कि कोविड-19 संबंधी बेहतर नीतियां बनाने के लिए प्रतिमाह सिरो सर्वे कराने का निर्णय लिया गया है।  

दिल्ली में अब तक 10 लाख से अधिक सैंपल्स की हुई जांच 

दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए अब तक 10 लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है। आंकड़ों के अनुसार इनमें से लगभग आधे सैंपल्स की जांच पिछले 30 दिनों में की गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में अब तक 10,32,785 टेस्ट किए गए हैं यानी औसतन प्रति 10 लाख आबादी पर 54,357 सैंपल्स की जांच की गई है। पिछले महीने हर रोज कोरोना वायरस के 2,000-3000 नए मामले सामने आ रहे थे जिसे देखते हुए दिल्ली में जांच क्षमता बढ़ा दी गई। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में 3.82 लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट हुए। रोजाना किए जाने वाले रैपिड एंटीजन जांचों की संख्या आरटी-पीसीआर जांचों के दोगुने से अधिक है।