पत्रकारिता सत्र 2020-21 के छात्रों का 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाट

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पत्रकारिता सत्र 2020-21 के छात्रों का 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ उद्घाट

हमारे जीवन में पत्रकारिता का अत्यधिक महत्व है। इसका क्षेत्र अत्यंत विस्तृत होता जा रहा है, जिसमें रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। इसमें आय, प्रतिष्ठा तथा प्रभाव भी अत्यधिक है। उक्त बातें विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो राजेन्द्र साह ने सी एम कॉलेज, दरभंगा में पत्रकारिता सत्र 2020-21 के छात्रों के लिए आयोजित 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में कहा। उन्होंने कहा कि अच्छी रिपोर्टिंग एवं आकर्षक शीर्षक से पाठक एवं श्रोता बंध जाते हैं। अच्छे पत्रकारों के लिए भाषा पर नियंत्रण आवश्यक है। उक्त प्रशिक्षण से छात्रों का न केवल व्यावहारिक ज्ञान बढ़ेगा,बल्कि उनका चौमुखी विकास भी होगा।
विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग में संचालित पत्रकारिता एवं जनसंचार कोर्स के कोऑर्डिनेटर डा अखिलेश कुमार ने कहा कि पत्रकारिता सत्य का अन्वेषण एवं संप्रेषण है। यह मात्र व्यवसाय नहीं बल्कि एक मिशन है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में यह विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका का नियंत्रक भी है। अति व्यापक क्षेत्र युक्त पत्रकारिता सामाजिक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पहचान प्रदान करता है। इस प्रशिक्षण से छात्र आत्मविश्वासी, व्यावहारिक तथा संवेदनशील बनेंगे।
विशिष्ट वक्ता के रूप में पत्रकारिता के शिक्षक डा पी के मिश्र ने कहा कि वैसे तो हर व्यक्ति पत्रकार होते हैं,परंतु इसकी पढ़ाई एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर छात्र अच्छे प्रोफेशनल पत्रकार बन सकते हैं। पत्रकारिता एक स्किल बेस्ड कार्य है, जिसमें शैक्षणिक एवं व्यावहारिक ज्ञान महत्वपूर्ण होता है।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि धन के पीछे न भागने वाले प्रतिभावान एवं मेहनती व्यक्ति ही सफल पत्रकार बनते हैं। यह बिल्कुल ही राष्ट्रसेवा का कार्य है जो जनता की आवाज है। यह आम लोगों को सूचना बेकार जागरूक एवं संवेदनशील भी बनाता है।
मुख्य प्रशिक्षक के रूप में न्यूज़ टुडे, दरभंगा के प्रधान संपादक प्रो संतोष दत्त झा ने कहा कि पत्रकारिता समाजसेवा का सर्वोत्तम माध्यम है। इसमें ग्लैमर के साथ ही बेहतर भविष्य भी है।
विषय प्रवेश कराते हुए पत्रकारिता के शिक्षक ललित कुमार झा ने कहा कि पत्रकारिता पांचवां वेद है, जिसका क्षेत्र अत्यंत ही विस्तृत एवं चुनौतीपूर्ण है। इसमें सत्यता एवं रचनात्मकता होती है। बिना सही प्रशिक्षण के शैक्षणिक ज्ञान को व्यावहारिक रूप प्रदान नहीं किया जा सकता है।
कार्यक्रम में प्रो अखिलेश कुमार राठौर, डा मसरूर सोगरा, शंभू मंडल, राजकुमार गणेशण, सत्यम कुमार, राहुल मंडल, गोविंद, काजल, नूतन, विकास, अमरजीत सहित 60 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ।
अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ किया गया। वहीं पूर्व प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
अतिथि स्वागत एवं कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता कोर्स से कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन फॉरेन ट्रेड के कोऑर्डिनेटर प्रो रितिका मौर्या ने किया।