नई दिल्ली: कुछ दिनों पहले फिल्ममेकर प्रकाश झा की फिल्म ‘लिप्स्टिक अंडर माई बुर्का’ को भारत में बैन करने के अपने फैसले के चलते सेंसर बोर्ड सुर्खियों में आया था. अब सेंसर बोर्ड ने महिलाओं की मासिक धर्म की समस्या पर बनी फिल्म ‘फुल्लू’ को ‘ए’ सर्टिफिकेट दे कई सारी अंगुलियां अपनी तरफ मोड़ ली हैं. सेसर बोर्ड द्वारा इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिए जाने पर सोशल मीडिया में खासा बवाल मच गया है. ट्विटर पर कई लोगों ने इस बात पर नाराजगी जतायी है कि इस फिल्म को आखिर ‘ए’ सर्टिफिकेट किसी आधार पर दिया गया है. एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, ‘मासिक धर्म से जुड़ी शिक्षा किशोरियों के लिए ही सबसे ज्यादा जरूरी है तो इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट क्यों दिया गया है.’