सुषमा के खिलाफ शिकायत, इराक में लापता भारतीयों को लेकर देश को गुमराह करने का आरोप

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इराक के मोसुल में लापता 39 भारतीयों के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में बिहार के मुजफ्फरपुर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. याचिकाकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर की जिला अदालत में सुषमा पर इराक में लापता लोगों को लेकर झूठ बोलने और देश को गुमराह का आरोप में याचिका दी है, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है.

याचिकाकर्ता का कहना है कि सुषमा ने इराक के मोसुल में लापता 39 भारतीयों को लेकर देश को सही जानकारी नहीं दी. हालांकि याचिकाकर्ता लापता सभी भारतीयों के सलामती की दुआ की है.

दरअसल पहली बार आजतक चैनल लापता भारतीयों को पता लगाने के लिए इराक के मोसुल पहुंचा, जहां इनके होने की बात कही जा रही है. आजतक की पड़ताल में सामने आया कि सरकार की ओर से मोसुल की जिस जेल में भारतीयों के कैद होने की बात कही जा रही है. उस जेल का आतंकी संगठन ISIS के हमले में वजूद तक खत्म हो गया है. जेल अब मलबे में तब्दील हो गया है. ऐसे में लापता 39 भारतीय कहां हैं और किस हालात में हैं ये बड़ा सवाल है.

आजतक के इस खुलासे के बाद बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि लापता लोगों की तलाश जारी है. सोमवार को संसद में भी ये मुद्दा गूंजा. अकाली दल सांसद चंदूमाजरा ने लोकसभा में लापता भारतीयों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि लापता में से अधिकतर लोग पंजाब से हैं, मैं चाहता हूं कि सरकार इस पर जवाब दे. वहीं कांग्रेस पार्टी कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की तैयारी थी. कांग्रेस ने सुषमा पर देश और संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया है.

इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की इराक के विदेश मंत्री डॉ. इब्राहिम अल जाफरी से मुलाकात हुई. दोनों के बीच गायब भारतीयों को लेकर भी चर्चा हुई. विदेश मंत्री इब्राहीम-अल जाफरी ने कहा है कि इराक सरकार के पास लापता 39 भारतीयों की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि बंधक बनाए गए भारतीय मजदूर जिंदा हैं या मारे गए, इसे लेकर भी उनके पास कोई पुख्ता सूचना नहीं है.

सुषमा ने दिलाया था भरोसा

संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद इन भारतीयों के जीवित होने का दावा किया था. स्वराज ने कहा था कि इराक में 2014 में लापता हुए 39 भारतीय नागरिक बादुश की एक जेल में कैद हो सकते हैं. उन्होंने कहा था कि इलाके में जारी संघर्ष के खत्म होने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. इसके साथ ही सुषमा ने लापता भारतीयों के परिजनों से मुलाकात के दौरान यह भरोसा दिलाया था कि सरकार इन सभी भारतीयों को हर हाल में वापस लाएगी.