बिहार राज्य के सीमांचल के इलाकों मेंबाढ़ में कई लाख लोग बेघर हो चुके हैं औरअब तक कई मौतें भी हो चुकी हैं पर अबतक राज्य या केंद्र सरकार का प्रशासनिकअमला मदद के लिए नहीं पहुँचा है वहां पर हमारे भाई बहनों के लिए खानापीना ख़त्म हो चुका है पर असंवेदनहींनताका आलम यह है कि अब तक सरकार कीतरफ से किसी भी तरह की कोई मदद नहींकी गयी है हम केंद्र सरकार से यह मांग करते हैं किमानवता के लिए बिहार में डूब रहेंनागरिकों को बचाने के लिए आर्थिक मददकरेबिहार सरकार से कहना चाहतें हैंकि जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करें वरसद पहुंचाये इन माँगों को लेकर सारे सामाजक
संगठनों कि वे 19 अगस्तदिन शनिवार को दोपहर 2 बजे बिहारभवन, चाणक्यपुरी के सामने इकठ्ठाप्रदर्शन किया ताकि सरकार पर दबावबनाया जा सके और उनको इस मामले पर जल्द से जल्द कार्य करने के लिए मजबूरकिया जा सके। इस मौक़े पर जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष मोहित पांडे, जामिया के छात्र तारीक़ इमरान,खोदाई ख़िदमतगार के अध्यक्ष फैसल ख़ान, आम आदमी पार्टी छात्र संध के उप अध्यक्ष मिरान हैदर, राजद महिला प्रकोष्ठ कि अध्यक्ष जबीं फातिमा, सैफुल इसलाम, ह्यूमन चेंन के अध्यक्ष मो असलम, सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद मुस्लिम ने संबोधित किया. संचालन टी एम ज़ियाउल हक़ ने किया इस अवसर पर रेसीडेंट कमिशनर को एक मिमोरंडम सौंपा गया