वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सेना में ट्रांसजेंडरोंकी नियुक्ति से संबंधित पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन की योजना पर प्रतिबंध लगाने का पेंटागन को आदेश देने वाले एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है. बहरहाल डेमोक्रेटिक नेताओं ने इस कदम को ‘क्रूर’ और अमेरिका के सैनिकों को ‘अपमानित’ करने के इरादे से उठाया गया कदम बताया है. ज्ञापन की एक प्रति व्हाइट हाउस ने जारी की है जिसमें ट्रम्प ने रक्षा मंत्री, गृह सुरक्षा मंत्री को सैन्य सेवा में जून 2016 से पहले ट्रांसजेंडर नागरिकों को लेकर मौजूद पुरानी परंपरा की ओर लौटने का निर्देश दिया था.
ज्ञापन में ट्रम्प ने आरोप लगाया था कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रांसजेंडर नागरिकों को सेना में खुले तौर पर सेवाएं देने की इजाजत देकर रक्षा विभागों के स्थापित ढांचे को ध्वस्त किया.
ज्ञापन में 21 फरवरी 2018 तक प्रतिबंध लागू करने के लिये पेंटागन से एक कार्यान्वयन योजना विकसित करने का अनुरोध किया गया है, जिसे 23 मार्च 2018 को लागू किया जाएगा.
पिछले महीने ट्रम्प ने ट्विटर पर इस संबंध में अपने फैसले की घोषणा की थी.
पेंटागन की प्रेस सचिव डाना व्हाइट ने बताया कि सेना में ट्रांसजेंडर कर्मियों की सेवा के संबंध में रक्षा मंत्रालय को व्हाइट हाउस से औपचारिक दिशानिर्देश मिले हैं.
उन्होंने कहा, ‘इस संबंध में आगे की सूचना की प्रतीक्षा की जा रही है.’ फैसले की आलोचना करते हुए प्रतिनिधि सभा की डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी ने कहा कि ट्रम्प का ज्ञापन पेंटागन को अमेरिका की सेना में पूरे दमखम और साहस से सेवा देने वाले हजारों अमेरिकी नागरिकों को आहत और अपमानित करने का आदेश देता है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ट्रम्प का फैसला राष्ट्रीय रक्षा के इरादे से नहीं है बल्कि सेना से ट्रांसजेंडरों को हटाने से संबंधित इस क्रूर फैसले के पीछे उनका पूर्वाग्रह है.’