पटना । राजद नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी के बहाने सृजन का पाप चुकाया है। लेकिन, हम सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करके रहेेंगे। उन्होंने पूछा कि सृजन घोटाला के उजागर होने के बाद नीतीश कुमार की नैतिकता कहां गई?
तेजस्वी यादव ने भागलपुर के सैंडिस कम्पाउंड में सृजन घोटाला के खिलाफ आयोजित रैली में कहा कि
सीएम नीतीश कुमार नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। वे राजनीतिक व समाजिक भ्रष्टाचारी भी हैं। इस घोटाले की शुरुआत भागलपुर से हुई। इसे नीतीश कुमार ने संरक्षण्ा दिया। नीतीश, सुशील मोदी, शाहनवाज, निशिकांत आदि सभी ने मिलकर खजाना को लूटा।
तेजस्वी ने कहा कि 2006 से चल रहे इस घोटाले के बारे में सीएम नीतीश कुमार को पूरी जानकारी थी। लेकिन, वे 10 साल तक चुप रहे। नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की बात करते हैं। कहा गया ‘जीरो टॉलरेंस’, नीतीश कुमार बताएं।
तेजस्वी यादव ने कहा घोटाला के सबूतों को नष्ट करने में नीतीश कुमार के चहेते अधिकारी का हाथ है। यह व्यापम से भी बड़ा घोटाला है। सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। जेल में बंद आरोपितों के जान को ख़तरा है। साजिश के तहत उन्हें मारकर घोटाले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। सीबीआइ पर भी सृजन घोटाले की जांच को दबाने का है दबाव है।
तेजस्वी ने कहा कि घोटाला की सूत्रधार रही मनोरमा देवी के आरोपित बेटे और पुत्रवधू को विदेश भेज दिया गया। एसआइटी ने आरोपितों को भगाने का काम किया है। तेजस्वी ने सवाल किया कि अब तक विपिन शर्मा की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
सीएम नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमलावर तेजस्वी ने कहा कि घोटाले में नाम नहीं आये इसलिए सुशील मोदी ने अपने भाई तक को नही पहचाना। सत्ता के लिए रिश्तेदार को भी नहीं पहचान रहे। सुशील मोदी का व्यवसायिक और खून का रिश्ता रेखा मोदी से है, जो घोटाले में शामिल हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यदि थोड़ी भी नैतिकता बची है तो वे जांच पूरा होने तक वह अपने पद से इस्तीफा दे दें।