कठुआ रेप केस : केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा, हम आसिफा के सामने इंसान होने के नाते नाकाम रहे

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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ में आठ वर्ष की बच्ची आसिफा के साथ हुए गैंगरेप और उसकी हत्या के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते हुए ट्वीट किया, ‘आसिफा के लिए हम इंसान के रूप में नाकाम रहे, लेकिन उसे इंसाफ ज़रूर मिलेगा…’

वीके सिंह, आसिफा के साथ हुए जघन्य कांड के खिलाफ बोलने वाले पहले केंद्रीय मंत्री हैं. इससे पहले, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी जितेंद्र सिंह, जो कठुआ के एक हिस्से का संसद में प्रतिनिधित्व करते हैं, ने पिछले महीने CBI जांच की मांग करते हुए कहा था, ‘जिन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, उन्हें इंसाफ दिया जाना चाहिए…’

आसिफा को 10 जनवरी को उसके गांव के पास से अगवा कर लिया गया था, उसे नशे में रखा गया, और कई दिन तक उसके साथ कई लोगों ने गैंगरेप किया, जिनमें पुलिस अधिकारी और एक किशोर भी शामिल था, और आखिरकार उसे मार दिया गया. चार्जशीट के मुताबिक, उसका सिर पत्थर से कुचले जाने से ठीक पहले पुलिस अधिकारियों में से एक ने हत्यारे से कुछ देर रुकने के लिए कहा, ताकि वह एक बार और बच्ची के साथ रेप कर सके. बलात्कारियों में से एक को उत्तर प्रदेश के मेरठ से खासतौर से बुलाया गया था, ताकि वह अपनी ‘हवस पूरी कर सके.’

बच्ची का शव 17 जनवरी को जंगलों से बरामद हुआ. जब उसकी बिरादरी और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, दो पुलिस वालों ने सबूतों से छेड़छाड़ कर आरोपी की मदद करने की कोशिश की.

 इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त सांजीराम ने इस अपराध की साजिश रची थी, ताकि बखेरवाल बंजारा समुदाय के लोगों में डर पैदा किया जा सके, और उन्हें रसाना क्षेत्र से खदेड़ा जा सके. अन्य अभियुक्तों में स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजूरिया, सुरेंद्र वर्मा और प्रवेश कुमारू के अलावा सांजीराम का नाबालिग भतीजा और सांजीराम का बेटा विशाल जंगोत्रा शामिल हैं.