मक्का मस्जिद ब्लास्ट : असीमानंद सहित 5 आरोपियों को बरी करने वाले जज ने दिया इस्तीफा

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नई दिल्ली: 2007 के हैदराबाद की मक्‍का मस्जिद विस्‍फोट मामले में फैसला सुनाने वाले जज ने आज इस्‍तीफा दे दिया. गौरतलब है मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने स्वामी असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को बरी कर दिया है. विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से ज्‍यादा लोग घायल हुए थे.

रिपोर्ट के अनुसार फैसला सुनाने वाले रविंदर रेड्डी ने संभवत: इस्‍तीफा दे दिया है. सूत्रों के अनुसार उनके खिलाफ भ्रष्‍टाचार के कुछ मामले चल रहे हैं और ऐसा अंदेशा है कि उनसे ही ध्‍यान हटाने के लिए वो ऐसा कर रहे हैं, क्‍योंकि भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो के छापे उनके ठिकानों पर पड़ सकते हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. इसमें मुख्य आरोपियों में से एक स्वामी असीमानंद को भी अदालत ने बरी कर दिया था. भारत मोहन लाल रतेश्वर, देवेंद्र गुप्ता, लोकेश शर्मा, राजेंद्र चौधरी को भी अदालत ने बरी कर दिया. इस मामले की सुनवाई के दौरान 54 गवाह बयान से मुकर गए थे.

आपको बता दें कि हैदराबाद में 18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान मक्का मस्जिद में एक ब्लास्ट हुआ था. इस विस्‍फोट में नौ लोगों की मौत हुई थी, जबकि 58 लोग घायल हुए थे. स्थानीय पुलिस की शुरुआती छानबीन के बाद मामला सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया. इस केस की सुनवाई के दौरान 160 गवाहों के बयान दर्ज किए गए थे. सीबीआई  एक आरोपपत्र दाखिल किया. इसके बाद 2011 में सीबीआई से यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के पास गया.