प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने नोएडा के सेक्टर 81 में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया। सैमसंग कंपनी नोएडा में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का विस्तार कर रही है। इसके लिए कंपनी ने 4915 करोड़ा का निवेश किया है। उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘यह आयोजन भारत के लोगों के एंपावरमेंट में योगदान देगा और मेक इन इंडिया को भी गति देगा।’ भारत में बने मोबाइल को दुनियाभर में निर्यात करने के लिए सैमसंग ने ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ का लॉन्च भी किया। इस यूनिट के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद रहे। इस यूनिट के जरिए सैमसंग मोबाइल उत्पादन को दोगुना करने पर विचार कर रहा है। अभी सैमसंग देश में लगभग 7 करोड़ स्मार्टफोन बनाता है जो 2020 तक 12 करोड़ हो सकता है।
सैमसंग भारत में 2007 से मोबाइल बना रहा है। सैमसंग इंडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर एचसी हॉन्ग ने बताया, ‘नोएडा की हमारी फैक्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री है। यह भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का उदाहरण है। हम इसे दुनियाभर में निर्यात किए जाने वाले मोबाइल का हब बनाएंगे।’
शुरू में यहां मोबाइल फोन बनेंगे और दूसरे चरण में फ्लैट पैनल टेलिविजन और रेफ्रिजरेटर बनाने की योजना है। अक्टूबर 2016 में नोएडा अथॉरिटी ने कंपनी को करीब 25 एकड़ जमीन अलॉट की थी और प्रदेश व केंद्र सरकार के निर्देश पर नोएडा अथॉरिटी के सहयोग से कम समय में इतनी बड़ी यूनिट बनकर तैयार हो गई। अथॉरिटी के अधिकारियों ने भी कंपनी को तमाम तरह की एनओसी दिलाने में आगे बढ़कर काम किया है।
विदेशी कंपनियों का हब बनाने के लिए नोएडा प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता में है। इन्वेस्टर मीट के दौरान जिले में करीब 35 हजार करोड़ के निवेश के लिए देश-विदेश की बड़ी-कंपनियों के साथ एमओयू साइन हुआ था। इससे करीब 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अगले 3 से 5 साल में इन कंपनियों की यूनिट जिले में शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए नोएडा को टारगेट बनाकर काम करना होगा। यहां जाम, कनेक्टिविटी, अतिक्रमण की समस्याओं का समाधान करना होगा।