हमारे पूर्वजों के कारण देश आज़ाद हुआ था, हमें एक बार फिर अपने बलिदानों की समीक्षा करनी होगी :- कारी मुहम्मद तैयब कासमी

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दारुल उलूम फ़ैज़ ए मोहम्मदी के संस्थापक. मौलाना कारी मुहम्मद तय्यब कासमी साहब ने कहा, “हमारा देश बहुत ही नाज़ुक दौर से गुज़र रहा है। इस देश को बचाने के लिए हमें सबसे पहले एकजुट होने की ज़रूरत है। हमारे पूर्वजों के कारण देश आज़ाद हुआ था, इंडिया गेट पर सूचीबद्ध शहीदों के नाम अधिकांश मुसलमानों के नाम हैं, फिर भी मुसलमानों को इस देश में अपनी वफादारी साबित करने के लिए कहा जा रहा है, हमारे संविधान में समान रूप से हर धर्म एवं हर वर्ग के लोगों के लिए समान रूप से देश के नागरिकों को बराबरी और समानता का अधिकार है।
उन्होंने आग कहा कि इस देश की सुरक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने जो बलिदान दिया, उसकी आज फिर से ज़रूरत महसूस की जा रही है। हमारा देश बहुत ही नाज़ुक दौर से गुज़र रहा है। और कोई भी इसके लिए सरकार से खुलकर बात करने को तैयार नहीं है। आज के समय की आवश्यकता यह है कि जिस तरह से हमारे पूर्वजों ने देश को आजाद कराने में अपनी भूमिका निभाया था, आज फिर वही दौर आया है, और अपने बुजुर्गों की तरह हमें भी अपनी ज़िम्मेदारियों को निभाना होगा। आज नागरिकता संशोधन नियम लाया जा रहा है। ये नीतियां न केवल मुसलमानों को परेशान करने के लिए हैं, बल्कि दलितों और पिछड़ों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा