लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर का नजरे आलम गुरुवार को अकेले ही निकाह रचाने बाइक से ससुराल पहुंच गया। कोरोना वायरस के डर से न तो कोई बाराती आया और न ही पुलिस ने समूह में बारात ले जाने की इजाजत दी। यह देख दूल्हे ने अकेले ही बाइक उठाई और ससुराल जा पहुंचा। वहां निकाह किया और बाइक पर ही दुल्हन को ले आया।
नजरे आलम ने बताया कि उनका निकाह गुरुवार को शामली निवासी युवती से हुआ। कार्ड पहले ही बंट चुके थे। अचानक कोरोना के चलते लॉकडाउन हो गया। कोई भी रिश्तेदार नहीं आया। रिश्तेदारों ने फोन पर नजरे आलम से कहा कि वह घर से नहीं निकल पा रहे हैं। निकाह की तारीख पहले से तय थी और ऐन वक्त पर उसे रद नहीं किया जा सकता था, इसलिए नजरे आलम ने अकेले जाना ही उचित समझा।
गुरुवार दोपहर 12 बजे वह बाइक से शामली रवाना हो गया। जब वह अकेला चला तो दूसरी बाइक पर दूल्हे की मां और जीजा भी सवार हो गए। मेरठ में कई जगह बैरियर पर पुलिसवालों ने रोका तो नजरे आलम ने पूरा वाकया बताते हुए शादी का कार्ड दिखाया। तब जाकर पुलिसवालों को तसल्ली हुई और उसे जाने दिया।
दोपहर करीब तीन बजे नजरे आलम बाइक से शामली पहुंच गया। वहां रीति-रिवाज से निकाह संपन्न हुआ। इसके बाद वह उसी बाइक पर अपनी दुल्हन को बैठाकर गढ़मुक्तेश्वर ले आया।