लॉकडाउन पर पुलिस की सख्ती का असर दिखने लगा है। रविवार को पुलिस ने लॉक डाउन के उल्लंघन से जुड़े 46 एफआईआर दर्ज किए। वहीं 54 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। एक दिन में जुर्माने की रकम भी 30 लाख के करीब पहुंच गई है।
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक लॉक डाउन के बावजूद बैगर वाजिब कारण के बाहर निकले लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। रविवार को 1771 वाहनों को नियमों का उल्लंघन करने पर जब्त कर लिया गया। वहीं 29.57 लाख रुपए जुर्माना किया गया है। यह आंकड़ा रविवार शाम तक का है। लॉकडाउन लागू होने के बाद इसके नियमों का उल्लंघन से जुड़े कुल 908 एफआईआर बिहार में दर्ज की जा चुकी है। इस सिलसिले में 706 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक कुल जब्त की कई वाहनों की संख्या 15818 है। इसके अलावा वाहन चालकों को 3 करोड़ 65 लाख 51 हजार 815 रुपए का जुर्माना किया गया है।
केस हुआ तो होगी मुश्किल
लॉकडाउन तोड़ने पर यदि किसी व्यक्ति के खिलाफ केस होता है तो उसकी मुश्किलें बढ़नी तय है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत लॉक डाउन का उल्लंगन करने पर एफआईआर दर्ज की जा सकती है। इसमें तीन साल तक के सजा का प्रावधान है। डीजीपी गुप्तेश्व पाण्डेय ने शनिवार को ही साफ कर दिया था कि यदि कोई लॉक डाउन का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
गली-मोहल्लों में भी निगरानी
प्रमुख रास्तों के अलावा पुलिस अब गली-मोहल्लों में भी गश्त कर रही है। लॉक डाउन का पालन कराने के लिए ऐसा किया जा रहा है। खासकर शाम को पुलिस की गाड़ियां विभिन्नि मोहल्लों में चक्कर लगा रही है ताकि लोगों का जमावड़ा न हो। इसका फायदा भी दिख रहा है।