PMCH इमरजेंसी में लगी आग, मचा हड़कंप, एक घंटे के प्रयास के बाद पाया गया आग पर काबू

256

पीएमसीएच में मंगलवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब इमरजेंसी के चौथे तल्ले पर आग लग गई। यह तल्ला नए बने बर्न वार्ड के ठीक बगल में है। बर्न वार्ड के मरीज जिस गैलरी से होकर जाते हैं वहीं पर यह आग लग गई। दोपहर 2:00 बजे के लगभग में लोगों को तब इसकी जानकारी हुई जब अचानक धुआं उठने लगा।

आनन-फानन में पीएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक और इमरजेंसी प्रभारी को देने के साथ-साथ वहां के टीओपी प्रभारी अमित कुमार को भी दी गई।  इसके बाद फायर बिग्रेड को भी जानकारी दी गई। वहां पर तैनात महिला और पुरुष नर्सिंग स्टाफ तेजी से फायर फाइटिंग सिस्टम के साथ खुद आग बुझाने में जुट गए। इससे बड़ा हादसा टल गया। लगभग 40 मिनट के बाद अग्निशामक दस्ता वहां पहुंचा तब तक आग पर लगभग काबू पा लिया गया था। फायर ब्रिगेड के पहुंचने पर आग पर पूर्णत: काबू पाया जा सका। पीएमसी के प्राचार्य ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में कुल 12 अग्निशामक यंत्र रखा गया था। आग बुझाने में इनमें से आठ का इस्तेमाल किया गया।

कोई शार्ट सर्किट तो कोई सिलेंडर फटने का बता रहा कारण
पीएमसीएच प्रशासन आग लगने के प्रारंभिक कारणों पर स्पष्ट नहीं है। पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि आग शार्ट सर्किट के कारण हुआ है। गैलरी में प्लास्टिक के सीट से बने छज्जे में आग लगी। वहां पहले से कुछ कचरा जैसा सामान रखा गया था। छत और बेकार पड़ा सामान पूरी तरह से जल गया। इस छ्ज्जे के नीचे बने गैलरी से ही बर्न वार्ड में मरीज आते-जाते थे। हालांकि कुछ नर्सों ने बताया कि वहां पर कोई कर्मी छोटे सिलेंडर से खाना बना रहा था। उसके फटने से आग लगी है।

100 से ज्यादा मरीज थे भर्ती 
आग लगने के बाद इमरजेंसी से मरीजों को खाली कराया जाने लगा। वार्ड के तीनों तल्ले को मिलाकर उस समय 100 से ज्यादा मरीज भर्ती थे। डॉक्टरों ने बताया कि वेंटिलेटर के मरीजों को छोड़ बाकी सभी भर्ती मरीजों को इमरजेंसी से बाहर निकाला गया। सर्जिकल इमरजेंसी में भर्ती एक मरीज के परिजन ने बताया कि खाली करने में अस्पताल के कर्मियों द्वारा पूरी मदद की गई।

हो सकती थी बड़ी घटना
आग लगने के कारण पूरे पीएमसीएच में अफरा-तफरी का माहौल था। उठ रहे काले धुएं से अगल-बगल के भवनों में भी लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी थी। इसका धुआं ना सिर्फ इमरजेंसी बल्कि उसके अगल बगल के बिल्डिंग में भी भर्ती मरीजों को परेशानी में डाल रही थी। इमरजेंसी वार्ड के नीचले तल्ले में कई ऑक्सीजन सिलेंडर भी रखे हुए थे। कुछ सिलेंडर ऊपरी तल्ले पर रखा गया था। अगर आग नीचे के तल्ले में पहुंचता तो  भयानक हादसा हो सकता था। लेकिन समय रहते वहां तैनात पुरुष नर्सों यानी ब्रदर और सहायक कर्मियों ने साहस दिखाते हुए आग पर काबू पा लिया। पीएमसीएच प्रशासन ने भी कर्मियों के प्रयास की सराहना की।