पटना के सबसे संवेदनशील इलाके खाजपुरा में तैनात एक मजिस्ट्रेट की बुधवार को अचानक मौत हो गई। इसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। मजिस्ट्रेट की मौत कैसे हुई इसकी छानबीन शुरू हो गई है। अभी कारणों का पता नहीं चला है।
इस घटना के बाद वहां तैनात अन्य मजिस्ट्रेट एवं पुलिसकर्मी भी दहशत में आ गए। वे अचानक ड्यूटी से गायब हो गए। इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को मिली जिसके बाद वहां नए सिरे से पदाधिकारियों की तैनाती की गई।
एडीएम विधि व्यवस्था कन्हैया प्रसाद सिंह ने बताया कि खाजपुरा में नए सिरे से सुरक्षा के प्रबंध किए जा रहे थे। इसी बीच खाजपुरा जाने वाले मुख्य मार्ग पर की गई बैरिर्केंडग के पास तैनात जूनियर इंजीनियर सह मजिस्ट्रेट की मौत की सूचना मिली। उसके विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई। मौत की विस्तृत विवरण ली जा रही है। वहां दूसरे मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है।
बिहार में बुधवार को 17 नए कोरोना पीड़ितों की पहचान होने के साथ ही सूबे में पीड़ितों की संख्या बढ़कर 126 से बढ़कर 143 हो गई। इनमें सात मरीज पटना के खाजपुरा इलाके के हैं। इतनी बड़ी संख्या में मरीज मिलने के बाद खाजपुरा को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इस मोहल्ले से किसी को बाहर निकलने या जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सैंपल जांच पूरी होने तक बैरिकेडिंग पार करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। इसके अलावा राजा बाजार और जगदेव पथ इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से चार रिपोर्ट जारी की गई। प्रधान सचिव संजय कुमार ने पहली रिपोर्ट में पांच कोरोना पीड़ितों की सूचना दी। उनमें खाजपुरा निवासी 30 और 57 की दो महिलाएं और 62 साल का एक पुरुष शामिल है। दो अन्य बिहारशरीफ की 26 वर्षीया महिला और पूर्वी चंपारण के फेनहारा का रहने वाला एक शख्स है। दूसरी रिपोर्ट में भी पांच नए मरीजों की पहचान की गई। इनमें तीन खाजपुरा, एक जगदेवपथ और एक सालिमपुर (बख्तियारपुर) का निवासी है। सभी पुरुष हैं। खाजपुरा के पीड़ितों की उम्र 28, 32 और 45 साल है, जबकि जगदेव पथ निवासी की 42 और सालिमपुर निवासी की 35 साल है।