AAP में सुलह, कुमार विश्वास को मिला राजस्थान का जिम्मा, अमानतुल्लाह को पार्टी से बाहर का रास्ता

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आम आदमी पार्टी में छिड़ा घमासान अब थम गया प्रतीत होता है. AAP नेतृत्व और उसकी नीतियों से नाराज बताए जा रहे कुमार विश्वास को PAC की बैठक में मना लिया गया है. वहीं कुमार विश्वास पर सवाल उठाने वाले अमानतुल्ला खान को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर हुई PAC की बैठक के बाद कुमार विश्वास ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह कोई वर्चस्व की लड़ाई नहीं है. पार्टी संयोजक बनने का मेरा कोई इरादा नहीं. मेरी कुछ चिंताएं और असहमतियां थी. जब भी ऐसी स्थिति आती है, तो हमेशा विचार-विमर्श किया जाता रहना चाहिए.

वहीं इस दौरान विश्वास के साथ मौजूद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया के सामने ऐलान किया कि कुमार विश्वास पर सवाल उठाने वाले जामिया नगर के विधायक अमानतुल्ला खान को पार्टी की प्राथमिक सदस्या से सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने विश्वास को पार्टी की राजस्थान इकाई का प्रभारी बनाने का ऐलान किया.

कुमार विश्वास की थीं ये मांगें…
इससे पहले ऐसी अटकलें थी कि AAP नेतृत्व से नाराज चल रहे कुमार विश्वास पार्टी की पीएसी बैठक में शामिल ना हो. हालांकि इन अटकलों को विराम देते हुए इस बैठक में शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, पीएसी बैठक में उन्होंने अपनी मांगे रखीं.’ इससे पहले सूत्रों ने बताया कि विश्वास इस बैठक में पार्टी के भीतर भ्रष्टाचार के मामले तथा संगठन में बदलाव के मुद्दे पर चर्चा करेंगे. इसके साथ ही AAP कार्यकर्ताओं को पार्टी के अंदर मौका दिया जाने का उन्होंने जो प्लान तैयार किया है, उसे लागू करने की मांग करेंगे.

सूत्रों के मुताबिक, कुमार विश्वास ने यह साफ किया है कि वह वीडियो को लेकर कोई माफी नही मांगेंगे. हालांकि यह उन्होंने यह भी कहा है कि वह राष्ट्रवाद के मुद्दे पर विरोध नहीं करेंगे. सूत्रों की मानें तो उन्होंने जामिया नगर से AAP विधायक अमानतुल्ला खान पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है.

कुमार विश्वास का इमोशनल दांव
इससे पहले मंगलवार को पहले कुमार विश्वास ने इमोशनल होकर खुले तौर पर पार्टी के अंदर मतभेद की बात सामने रखी. इसके बाद मनीष सिसोदिया ने कुमार विश्वास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. हालांकि बाद में पार्टी के कई नेता कुमार विश्वास के घर पहुंचे और फिर केजरीवाल भी पहुंचे और कुमार विश्वास को अपने साथ लेकर ये कहते हुए निकल पड़े कि मना लिया जाएगा. इसके बाद करीब एक घंटे तक कुमार विश्वास केजरीवाल के घर रहे और बाद में बिना कुछ बोले निकल पड़े. अब सबकी निगाह कुमार विश्वास के अगले कदम और आम आदमी पार्टी में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम पर है.

कुमार विश्वास के साथ पत्नी भी मौजूद थीं
केजरीवाल के घर मीटिंग के बाद बाहर निकलते वक्त खास बात यह थी कि कुमार विश्वास के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थीं. केजरीवाल के घर हुई इस बैठक में कुमार विश्वास के अलावा मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, आशुतोष शामिल थे. जबकि थोड़ी देर बाद आप मंत्री कपिल मिश्रा भी बैठक में शामिल हुए थे. कपिल मिश्रा पार्टी में कुमार विश्वास के करीबी माने जाते हैं.

केजरीवाल की मीटिंग जारी रही
जानकारी के मुताबिक मीटिंग से बाहर निकलने के बाद कुमार विश्वास और कपिल मिश्रा सीधे अपने-अपने घर पहुंचे. जबकि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आशुतोष मुख्यमंत्री आवास पर मंत्रणा ही करते रहे.

कुमार विश्वास को मना लेंगे- केजरीवाल
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया के साथ कुमार विश्वास को मनाने उनके घर गए थे. मुलाकात के बाद केजरीवाल उनको लेकर मुख्यमंत्री आवास चले आए थे. गाजियाबाद में हुई मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि कुमार विश्वास को मना लेंगे.

विश्वास ने दी थी डेडलाइन
दरअसल, पार्टी के हालातों और ताजा घटनाओं से दुखी कुमार विश्वास ने अपने अगले कदम के लिए सोमवार रात की डेडलाइन फिक्स की थी. जिसके बाद तमाम आप नेता उन्हें मनाने उनके घर पहुंचे थे.

समर्थकों ने दिया धरना
इस बीच कुमार विश्वास के समर्थकों ने उनके घर के सामने नारेबाजी करते हुए विधायक अमानतुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गेट पर धरना शुरू कर दिया. विश्वास पर लगाए गए आरोपों पर उनके समर्थक सहमत नहीं है. समर्थकों के मुताबिक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रहा है.