बीसीसीआई की प्रशासक कमेटी (सीओए) के सदस्य के पद से इस्तीफा देने वाले रामचंद्र गुहा की एक चिट्ठी सामने आई है. यह खत उन्होंने सीओए को लिखा है. पहले निजी कारणों से इस्तीफा देने की बात कहने वाले गुहा की इस चिट्ठी में बीसीसीआई के भीतर हितों के टकराव की अनदेखी के मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की गई है. उन्होंने कहा है कि कमेटी हितों के टकराव को रोकने में नाकाम रही. इसके साथ ही चिट्ठी में कई सवाल उठाए गए हैं.
इसमें उन्होंने राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर पर हितों के टकराव की अनदेखी की बात कही है. इसमें कहा गया है कि गावस्कर का बीसीसीआई के साथ अनुबंध है लेकिन साथ में प्लेयर मैनेजमेंट कंपनी भी है. राहुल द्रविड़ आईपीएल की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच है और इसके साथ ही इंडिया ए, जूनियर टीम के भी कोच हैं. महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट टीम से संन्यास ले चुके हैं लेकिन फिर भी ग्रेड ए का अनुबंध है.
इसके साथ ही कई समस्याओं की तरफ इशारा करते हुए सवाल उठाए गए हैं. मसलन कोच अनिल कुंबले के मुद्दे को गैर जिम्मेदाराना ढंग से लिया गया. घरेलू खिलाडि़यों और टीम इंडिया के खिलाडि़यों के पैसों में बड़ा अंतर है. यह भी कहा कि बीसीसीसी मीटिंग में कई ऐसे अधिकारी शामिल हुए जिनको हटाया जा चुका है.