Budget 2020 :बजट का फोकस गांव, गरीब किसान और रोजगार पर

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Budget 2020: देश पिछले काफी समय से आर्थिक सुस्ती और महंगाई की मार झेल रहा है. ऐसे में किसान, मिडिल क्लास, टैक्सपेयर्स समेत हर तबके को बजट से काफी उम्मीदें हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में बजट पेश कर रही हैं. आज के बजट पर देश ही नहीं दुनिया की भी नजर है.

अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है, ‘’मोदी के नेतृत्व में हम जोश के साथ देश की सेवा कर रहे हैं. देश को हमारी आर्थिक नीति पर पूरा भरोसा है. सरकार ने ज्यादा से ज्यादा रोडगार देने का संकल्प लिया है. ये बजट इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करने का बजट है. सरकार ने समुचित विकास के लिए काम किया है. जीएसटी एक ऐतिहासिक कदम रहा है.’’ इस दौरान निर्मला सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली को श्रद्धांजलि भी दी.

‘’योजनाओं से गांवों का विकास हुआ है. सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर किया है. जीएसटी से हर घर का घेरलू खर्च चार फीसदी तक कम हुआ है. जीएसटी से टैक्स में कमी आई है. हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. देश में बैंकों की स्थिति भी मजबूत हुई है. महंगाई को काबू करने में सरकार को सफलता मिली है.’’

अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है, ‘’2009 से 2014 के बीच महंगाई दर 10.5 फीसदी थी. सरकार ने महंगाई पर काबू पाया है. सरकार ने 2014 से 2019 के बीच 7 फीसदी विकास दर हासिल की है. सरकार का कर्ज 48.8 फीसदी हुई है. ये पहले 52.2 फीसदी था. सरकार सबके साथ के साथ सबका विकास कर रही है. जीएसटी से इंस्पेक्टर राज खत्म हुआ है.’’

’सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को ध्यान में रखा है. सभी को सामाजिक सुरक्षा देना जरूरी है. पेंशन और बीमा के जरिए सरकार ने जनका को सामाजिक सुरक्षा दी है. सरकार की कोशिश है कि केंद्र और राज्यों के बीच अच्छे रिश्ते बने.’’

बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, पंचायत स्तर पर कोल्ड स्टोरेज बनेंगे. मधली पालन के लिए सागरमित्र योजना लागू होगी. युवाओं को मधलीपालन से जोड़ा जाएगा. हमें मछली उत्पादन दो लाख टन करना है.

टीबी हारेगा, देश जीतेगा. पीपीपी मॉडल से नए अस्पताल बनाए जाएंगे. आयुष्मान योजना में भी नए अस्पताल बनेंगे. 2022 तक हर जिले में जन औषधि केंद्र बनाए जाएंगे.स्वास्थ्य सेक्टर के लिए 69 हजार करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. हम खुले में शौच को पूरी तरह से खत्म कर देंगे.

बजट की ख़ास बात:-
ये प्रोट्क्टस हो जाएंगे महंगे-
जूते
फर्नीचर
आयातित चिकित्सा उपकरण
सिगरेट
तम्बाकू उत्पाद
दीवार के पंखे
बरतन
कच्ची चीनी
स्किम्ड मिल्क
कुछ मादक पेय
सोया फाइबर
सोया प्रोटीन
कृषि आधारित पशु उत्पाद
इस्पात
तांबा
मिट्टी का लोहा
उत्प्रेरक कन्वर्टर्स / कुछ बिजली के उत्पादों
कुछ ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स

नई कर व्यवस्था
0 से 2.5 लाख रुपये तक- कर मुक्त
2.5 से 5 लाख तक- 5 प्रतिशत
5 से 7.50 लाख तक -10 प्रतिशत
7.5 से 10 लाख तक -5 प्रतिशत
10 से 12.5 लाख तक- 20 प्रतिशत
12.5 से 15 लाख तक- 25 प्रतिशत
15 लाख रुपये से ऊपर की आय पर-30 प्रतिशत