उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर झड़प के दौरान सोमवार को दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल मारा गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि हेड कांस्टेबल रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हुए थे.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध और समर्थन करने वाले समूहों के बीच झड़पों के एक दिन बाद सोमवार को कई गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी गयी.
जाफराबाद और मौजपुर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन और समर्थन कर रहे दो गुट आपस में भिड़ गए. मौजपुर में एक शख्स खुलेआम फायरिंग करता नजर आया.घटना 23 फरवरी को शुरू हुई. वहीं, दूसरे दिन भी इलाके में तनाव बरकरार है. इस दौरान मौजपुर और जाफराबाद में दो घरों में आग लगा देने की खबर सामने आई है.
जाफराबाद के चंदनबाग में भी हिंसा की सूचना मिली है. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं और लाठीचार्ज भी किया है. वहीं अधिकारियों ने बताया है कि आग की सूचना मिलने पर जब वहां फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने तोड़-फोड़ की है.
24 घंटे से मेट्रो स्टेशन हैं बंद
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट को 24 घंटे से अधिक समय से बंद है. रविवार शाम को ही मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया था. डीएमआरसी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि, ‘जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर के एंट्री और एग्जिट बंद हैं’ इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी’
मौजपुर में हिंसा के दौरान कई वाहनों में आग लगा दिया गया है.