कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है। इसी दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में लगभग 1600 लोगों के जुटने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह लोगों का इकट्ठा होना बड़ी लापरवाही है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि ऐसे समय में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत हर धार्मिक स्थल बंद है। इसके बाद भी ऐसी गैरजिम्मेदाराना हरकत की गई है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अबतक निजामुद्दीन तबलीगी जमात के मरकज से 1548 लोगों को बाहर निकाला गया है। इसमें से 441 में कोरोना के लक्षण देखने को मिले हैं। इनसभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और टेस्ट कराया जा रहा है। इसमें से 1107 लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे हैं। इन सभी को होम क्वारंटाइन किया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में कोरोना के अभी तक 97 मामले सामने आए हैं। इनमें से 24 निजामुद्दीन मरकज के हैं।
Delhi Govt wrote to Lieutenant Governor for registration of FIR in this case, I have full hope he will give orders soon. If any negligence is found on part of any officers then action will be taken against them also: Delhi CM Arvind Kejriwal on Markaz, Nizamuddin case #COVID19 pic.twitter.com/KadtcIHZSz
— ANI (@ANI) March 31, 2020
सीएम केजरीवाल ने कहा कि निजामुद्दीन मरकज मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने एलजी को एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है। मुझे पूरा विश्वास है कि वे जल्द ही इसके लिए आदेश जारी करेंगे। सीएम ने कहा कि अगर किसी अधिकारी की तरफ से भी लापरवाही पाई जाती है, तो सरकार कार्रवाई करेगी।
Out of the 97 cases in Delhi, 24 cases are from Markaz, Nizamuddin. 41 have travel history to foreign countries and 22 are family members of the foreign travelers. 10 cases yet to be ascertained. No local community transmission right now: Delhi CM Arvind Kejriwal #COVID19 pic.twitter.com/btwnxrzylM
— ANI (@ANI) March 31, 2020
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अभी तक लोकल कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला सामने नहीं आया है। 97 कोरोना संक्रमितों में से 41 की विदेश की ट्रेवल हिस्ट्री है। वहीं 22 अन्य लोग इन 41 के परिवार के सदस्य हैं। 10 केस के कारणों को पता किया जा रहा है।