संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन हिंसा हुई। मौजपुर, भजनपुरा और ब्रह्मपुरी में भीड़ ने पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ की। हिंसा में अब तक एक हेड कांस्टेबल समेत 13 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें से आठ लोगों की मौत आज हुई है और सोमवार को पांच लोगों की मौत हुई थी। हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित मौजपुर सहित कई स्थानों पर धुआं निकलता देखा गया। वहीं, चांद बाग इलाके में ताजा आगजनी की गई।
हिंसा के बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और वरिष्ठ अधिकारी उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है। (LIVE UPDATES)
Delhi Commissioner of Police, Amulya Patnaik on #DelhiViolence: Miscreants will not be spared, strict legal action will be taken against them. Sufficient police force, CAPF and senior officials deployed in the North East district. Sec 144 imposed in some areas of the district. pic.twitter.com/7p8kjX5CVt
— ANI (@ANI) February 25, 2020
दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को सीएए का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था और इसमें करीब 150 लोग घायल हुए थे। इलाके में तनाव कायम होने के चलते स्कूल बंद हैं और डर के कारण लोग भी घरों से बाहर नहीं निकले। उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है, जिसके तहत चार या उससे ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक है।
’35 साल में पहली बार ऐसी स्थिति देखी है’
मौजपुर में इस हिंसा के साक्षी बने एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यहां दंगों जैसे स्थिति उन्होंने 35 साल में पहली बार देखी है। नाम उजागर न करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि इस इलाके में हमेशा शांति रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा में हुई हिंसा में 48 पुलिस कर्मी ओर 98 नागरिक घायल हो गए। इस इलाके में आग बुझाने पहुंचे तीन दमकल कर्मी भी घायल हो गए।
अर्धसैनिक बल तैनात किए गए
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय राजधानी में होने के कारण दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। अर्धसैनिक बल के जवानों की मदद ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कर्मी सौहार्द बहाल करने के लिए स्थानीय शांति समितियों की मदद ले रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों से मौके पर ही कड़ाई से निपटा जा रहा है। अभी तक इस संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन के पांच स्टेशन बंद
दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन के पांच स्टेशन मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बंद हैं। इन स्टेशनों को उत्तरपूर्वी दिल्ली के इलाकों में भड़की हिंसा के मद्देनजर बंद किया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया कि जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन बंद हैं। ट्रेनें वेलकम मेट्रो स्टेशन से आगे नहीं जाएंगी। सीएए के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों के चलते जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन रविवार को बंद किए थे लेकिन बाकी तीनों स्टेशन सोमवार को बंद किए गए।
नोएडा में रेड अलर्ट जारी
दिल्ली के उत्तर पूर्वी हिस्से में अलग-अलग जगहों पर हिंसा को देखते हुए नोएडा में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) संकल्प शर्मा ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली- नोएडा सीमा पर पुलिस सघन जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात से ही नोएडा तथा दिल्ली को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं, वाहनों की जांच जारी है और पुलिस के आला अधिकारी रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस उपायुक्त शर्मा ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। डीसीपी ने बताया कि गुप्तचर एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है तथा संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है।