नई दिल्ली: गूगल डूडल की जरिए जेम्स वोंग होवे (James Wong Howe) का 118वां जन्मदिन मना रहा है. जेम्स वोंग होवे चीनी अमेरिकी सिनेमेटोग्राफर रहे. चीन के गुआंगज़ौ में जन्में जेम्स वोंग होवे को पांच साल की उम्र में ही अमेरिका जाना पड़ा था, यहां उन्होंने काफी नाम कमाया. उन्होंने सिनेमेटोग्राफी की दुनिया कई प्रयोग किए जो सफल भी हुए. जेम्स वोंग ने अपने करियर की शुरुआत एक फोटोग्राफर के सहायक के रूप में शुरू की थी. इस दौरान उन्होंने लाइटिंग, फ्रेमिंग और कैमरा मूवमेंट को काफी बारीकी से देखा. फिल्म स्टूडियो में रहते हुए उन्होंने सिनेमेटोग्राफी में उनका झुकाव हुआ और उन्होंने उसी में नाम कमाया.
अमेरिका में जेम्स वोंग होवे को रंगभेद का भी सामना करना पड़ा था. 1950 के दशक के अंत तक वह अपने पेशे के शीर्ष पर एक बार फिर से थे। बाद में खराब स्वास्थ्य के चलते फिल्मों से किनारा कर लिया था.
अमेरिका में परवरिश के दौरान भी जेम्स वोंग को वहां के स्थानीय बच्चों के बीच रंगभेद का सामना करना पड़ा था. अमेरिकी बच्चे उनके साथ खेलने से मना कर देते थे. उन्होंने 12 साल की उम्र में ही कोडक ब्राउनी कैमरा खरीदा था, तभी से उनका इसके प्रति लगाव हो गया.
शुरुआती दिनों में जेम्स वोंग होवे को ड्रम्स ऑफ फेट (1923) और ट्रॉयल ऑफ द लोनसम पाइन (1923) फिल्मों से उन्हें पहचान मिली. इसके अलावा 1926 में आई फिल्म पारामाउंट मैनट्रैप और लाफ (1928) में जेम्स का काम देखकर लोगों ने उन्हें काफी सराहा. 1976 में इस महान सिनेमेटोग्राफर की मौत हुई थी.