नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज से तीन मैचों की टी-20 सीरीज शुरू हो रही है. इस सीरीज का पहला मैच आज रांची के जेसीए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा. तीन मैचों का टी-20 सीरीज के लिए दोनों ही टीमों ने कमर कस ली है, इसलिए मुकाबला जोरदार होने की उम्मीद है. दोनों टीमों के लिए टी-20 के माहौल में ढलना होगा, क्योंकि दोनों ही टीमों ने पांच मैचों की सीरीज खेली है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए इस माहौल में ढलना कोई बड़ी बात नहीं होनी चाहिए. दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों के पास टी-20 में आपार अनुभव है. ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों के पास इस सीरीज में जीत हासिल करके अपनी साख बचाने का मौका होगा. ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के दौरे पर टेस्ट और वनडे सीरीज पहले ही हार चुकी है, इसलिए टी-20 सीरीज में यह टीम जरूर जीतना चाहेगी. वहीं, भारतीय टीम के पास टी-20 में अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका होगा. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 13 टी-20 मैच हुए हैं, जिसमें भारत ने 9 में तो ऑस्ट्रेलिया ने 4 मैचों में जीत हासिल की है.
पांच वनडे मैचों की सीरीज में आस्ट्रेलिया को 4-1 से मात देने के बाद मेजबान भारत आज से शुरू हो रही टी-20 सीरीज में भी अपने इसी प्रदर्शन को कायम रखना चाहेगी. भारतीय टीम में आशीष नेहरा, दिनेश कार्तिक और शिखर धवन की वापसी हुई है. इन तीनों खिलाड़ियों की मौजूदगी में भारत अपने विपक्षी के सामने और मजूबती के साथ उतरेगा. वनडे सीरीज में हार्दिक पांड्या, चाइनामैन कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने ऑस्ट्रेलिया को पूरी सीरीज में परेशान किया था. बता दें कि रांची का जेसीए स्टेडियम पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का होम ग्राउंड भी है.
भारत के लिए 38 साल के नेहरा का टीम में वापसी करना अहम साबित होगा. नेहरा, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की तिगड़ी भारत को तेज गेंदबाजी में अच्छे विकल्प मुहैया कराएगी. पत्नी की तबियत खराब होने के कारण वनडे सीरीज से बाहर रहे धवन सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभालेंगे. हालांकि, वनडे सीरीज में उनकी गैरमौजूदगी में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले अंजिक्य रहाणे को टीम में नहीं चुना गया है. धवन अपने पुराने जोड़ीदार रोहित शर्मा के साथ एक बार फिर नजर आ सकते हैं.
लोकेश राहुल के रूप में भारत के पास एक और सलामी बल्लेबाज का विकल्प मौजूद है. वहीं दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज में मिली हार को भुला कर नए आत्मविश्वास के साथ इस सीरीज में उतरना होगा. टीम की सबसे बड़ी कमजोरी सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर, एरॉन फिंच और कप्तान स्टीव स्मिथ के ऊपर निर्भरता है. वनडे सीरीज में भी यही देखने को मिला था, लेकिन टी-20 छोटा प्रारूप है और यहां कोई भी बल्लेबाज खतरनाक साबित हो सकता है.