JK: 30 गांवों को सुरक्षा बलों ने घेरा, सेना प्रमुख विपिन रावत बोले – ऑपरेशन की जानकारी पहले नहीं दी जाती, बाद में बताया जाता है

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नई दिल्ली: कश्मीर घाटी में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बीच शोपियां और पुलवामा ज़िले में सुरक्षाबलों का बड़ा एंटी-टेरर ऑपरेशन चल रहा है. ये अभियान बुधवार देर रात शुरू किया गया. कई वीडियो सामने आए थे जिनमें आतंकी इन इलाक़ों में आराम से घूमते हुए दिखे थे, इसके बाद सुरक्षाबलों ने ये ऑपरेशन चलाया है. सुरक्षा बलों ने शोपियां इलाके के करीब 30 गांवों को घेरा है.आतंक के गड़ दक्षिण कश्मीर के शोपियां इलाक़े में यह एक बहुत बड़ा सर्च अभियान सुरक्षा बल कर रहे है जो पिछले कई सालों में सबसे बड़ा बताया जा रहा है.

सेना प्रमुख विपिन रावत ने मीडिया से बात करते कहा कि, फ्यूटर प्लान कभी बताया नहीं जाता. प्लान एक्जीक्यूट होने के बाद जानकारी दी जाती है. उन्होंने कहा कि जो ऑपरेशन किया जा रहा है यह पक्का करने के लिए है कि स्थिति नियंत्रण में है. आतंकी घुसने की कोशिश कर रहे हैं और हम अपना काम कर रहे हैं. पाकिस्तान की हरकत पर सेना प्रमुख ने कहा कि हम भी अपने स्तर पर इस प्रकार की कर्रवाई करते हैं.

army chief vipin rawat

(मीडिया से बात करते जनरल विपिन रावत)

सूत्रों के मुताबिक़ सेना के 3,000 सैनिकों के अलावा सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान इस ऑपरेशन में शामिल हैं. दो दर्जन से ज़्यादा गांवों और जंगलों में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन चल रहा है.

जानकारी है की सुरक्षा बलों के पास सटीक जानकारी है की इन इलाक़ों में आतंकी खुले आम घूम रहे है और गांव वाले भी उनकी मदद कर रहे हैं. “आतंकियों को उनके छुपे हुए इलाक़ों से निकलना है और लोगों में ये भरोसा जगाना है कि क़ानून व्यवस्थथा अभी भी क़ायम है.

ऑपरेशन से जुड़े हुए एक अफ़सर ने एनडीटीवी को फ़ोन पर बताया कि पिछले कुछ दिनो में कई ऐसे वीडीओ सोशल मीडिया में वाइरल हुए हैं जिनमें आतंकी शोपीयां के जिंग्लिंग में घूमते हुए दिखाई दिए हैं. उनमें से कई वीडीओ में वो उसे “फ़्री ज़ोन” भी कह रहे हैं.

उधर, इस इलाक़े में क़ानून व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई सवाल राज्य पुलिस से पूछे हैं.  केंद्रीय गृह मंत्रालय में कश्मीर की हालात को लेकर फ़िलहाल भी मीटिंग चल रही है. राज्य पुलिस के डीजीपी एसके वेद केंद्रीय गृह सचिव को हालात के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

दरअसल पिछले दो दिन में जो तीन बैंक लूटे गए वो भी दक्षिण कश्मीर में ही हैं. जो मंत्रालय तक ख़बरें पहुंची हैं उनके मुताबिक़ जब आतंकियों ने पुलिस वालों से हथियार छीने तब पुलिस वालों ने बिलकुल रोक-टोक नहीं की.”

मंत्रालय के एक सीनियर अफ़सर ने एनडीटीवी इंडिया से कहा, हथियार तो पुलिस वालों के पास थे. कैसे उन्होंने अपने हथियार उन्हें सौंप दिए. ये जांच का विषय है.  हालाँकि राज्य पुलिस तर्क दे रही है कि आतंकी सॉफ़्ट टार्गट पर अटैक कर कर रही है.

जानकारी मिली है और कहा जा रहा है कि अब तक का यह सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू किया गया है. पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा गांवों को घेर लिया है. पुलिस ने सारी तैयारी कर ली है. इस बार सुरक्षा बलों ने रिएक्शन नहीं दिया, एक्शन लिया है. रैपिड एक्शन फोर्ट की टुकड़ी को भी तैनात किया गया है. अकसर देखा गया है कि कई लोगों आतंकियों को बचाने के लिए सड़क पर उतर आते हैं. इसी वजह से पुलिस ने पहले ही सारी तैयारी कर ली है. बता दें कि कुछ दिन पहले राज्य में आतंकियों ने बैंकों में भी डाका टाला, कई कैश वैन को भी लूटा है. इसके अलावा कुछ आतंकियों ने थाने पर भी धावा बोला था और हथियार लूट के ले गए थे.

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पुलिस बल के कुछ गांवों में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा जहां पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है. कुछ असामाजिक तत्त्वों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.