अप्रवासी मजदूरों के समस्याओं को लेकर विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक का आयोजन किया.जिसमें सीमांचल के सामाजिक एवं सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था .जिनमें सभी पार्टियों के लोग शामिल हुए। एनजीओ के अध्यक्ष रिज़वान अहमद ने कहा कि पीपुल्स ऑफ हॉप ने सर्वे के आधार पर दिल्ली में फंसे 30000 लोगों का डाटा तैयार किया है।इन्होंने कहा कि बैठक में एनजीओ ने बताया है के वैसे तो लाखों लोग के हालात खराब हैं।परंतु, 30000 लोग जो सीमांचल के हैं भुखमरी के कगार पर हैं वो अपने घर जाना चाहते हैं। 69.5% लोग पूर्णतः सरकारी खर्च पर वापस जाना चाहते हैं 27.2% लोग सरकारी वाहन का किराया दे कर घर जाना चाहते हैं और 3.3% लोगों ने कहा है कि सरकार अनुमति दे तो खुद के वाहन से अपने -अपने जिला लौट जायेंगे।उन्होंने कहा कि विडियो कांफ्रेंसिंग की बैठक को कांग्रेस पार्टी के नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री मनीष चतरथ जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोगों को आज बहुत मदद की आवश्यकता है .वहीं केन्द्र और राज्य सरकार के पास कोई विज़न नहीं है
श्री मनीष ने कहा कि राजस्थान और झारखंड सरकार अपने -अपने राज्य में फंसे हुए मजदूरों को लाने का काम शुरू कर दिया है और बिहार सरकार ने इस पर कोई ठोस पहल भी नहीं किया है
मनीष ने कहा कि हम आप के डाटा के अध्यन के आधार पर आपकी बात कांग्रेस आलाकमान सहित सरकार तक पहुंचाएंगे और विश्वास दिलाया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी द्वारा सीमांचल के साथियों को भेजा जाएगा .मीटिंग में सही वक़्त जोइन करने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य इन्तेखाब आलम ने मनीष का शुक्रिया अदा किया.बैठक में निम्न बातों पर सहमति बनी है
चूँकि दिल्ली की बेहतर आर्थिक स्थिति बिहारी मजदूरों के कारण ही संभव हुई है, उन्हें लाने के लिए DTC बस को बिहार तक भेजने के लिए केजरीवाल सरकार से गुज़ारिश की जाय.राजस्थान,तेलंगाना- झारखंड COVID-19 स्पेशल ट्रेन के तर्ज़ पर बिहार के लिए भी ट्रेन सेवा शुरू की जाए और इन सभी प्रक्रिया में स्वास्थ्य जाँच की पुख्ता इंतजाम किया जाए।सरकार द्वारा किसी भी निर्णय लेते वक़्त भुखमरी का ख्याल रखा जाएगा।
बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मनीष चतरथ ,एआईसीसी के सदस्य और अधिवक्ता इन्तेखाब आलम ,डाक्टर अबु सायम , कसबा विधायक अशफ़ाक आलम, डाक्टर सरफराज नश्तर, अधिवक्ता गौतम वर्मा, प्रोफेसर अखिलेश यादव, लेखक पुष्यमितरा, सोहेल अहमद, फैसल जावेद, सोशल एक्टिविस्ट व शिक्षक नेता आफताब फिरोज दानिश अनवर, आसिफ अली , गुलरेज़ आलम मज़दूर नेता साकिब आलम, आजाद आलम,मो राजा आदि शामिल हुए।संस्था के चेयरमैन रिजवान अहमद ने बताया के हमारा लक्ष्य 40000 लोगों का सर्वे करा कर सरकार को सही आंकड़ा मुहैया करा कर मजदूरों की मदद करना है!