आज People of Hope नामक NGO ने बिहारी अप्रवासी मजदूरों के समस्याओं पे एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें सीमांचल के सभी सामाजिक कार्यकर्ता और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था. जिनमे सभी पार्टियों के लोग शामिल हुए
People of Hope ने सर्वे के आधार पे दिल्ली में फंसे 20000 लोगों का डाटा तैयार किया है,
बैठक में NGO ने बताया है के वैसे तो लाखो लोग कि हालात ख़राब है परंतु, 20000 लोग जो के सीमांचल के है भुखमरी के कगार पे हैं वो अपने घर जाना चाहते हैं,
– 69.5% लोग पूर्णतः सरकारी खर्च पे वापस जाना चाहते हैं
– 27.2% लोग सरकारी वहान का किराया दे कर घर जाना चाहते हैं.
-3.3% लोग ने कहा है के सरकार अनुमती दे तो खुद के वहान से
लोगों पे निम्न बातों पे सहमती बनी,
ii. चूँकि दिल्ली की बेहतर आर्थिक स्थिति बिहारी मजदूरों के कारण ही संभव हुई है, उन्हें लाने के लिए DTC बस को बिहार तक भेजने के लिए केजरीवाल सरकार से गुज़ारिश किया जाए.
iii. तेलंगाना- झारखंड COVID-19 स्पेशल ट्रेन के तर्ज़ पे बिहार के लिए भी ट्रेन सेवा शुरू किया जाए.
iv. इन सभी प्रक्रिया में स्वास्थ्य जाँच की पुख्ता इंतजाम किया जाए
v. सरकार द्वारा किसी भी निर्णय लेते वक़्त भुखमरी का ख्याल रखा जाए
बैठक में बिहार कॉंग्रेस प्रभारी श्री शक्ति सिंह गोहिल, अवेश यासीन, सुप्रीम कोर्ट के वकील इंतखाब आलम, डाक्टर अबु सायम , पूर्व विधायक सबा जफर, डाक्टर सरफराज नश्तर, वकिल गौतम वर्मा, सोहेल अहमद, फैसल जावेद, दानिश अन्वर, आसिफ अली , गुजरेज आलम शामिल …………..थे
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हम आप के डाटा के अध्यन के आधार पे आपकी बात कॉंग्रेस आलाकमान सहित सरकार तक पहुंचाएंगे । मीटिंग में सही वक़्त पे पहुचने के लिय श्री इंतखाब आलम ने श्री गोहिल जी का शुक्रगुज़ार किया.
संघटन के चेयरमैन रीजवान अहमद ने बताया के हमारा लक्ष्य 40000, लोगों का सर्वे करा कर सरकार को सही आंकड़ा मुहैया करा कर मजदूरों का मदद करना है