यस बैंक (Yes Bank) के संस्थापक और पूर्व सीईओ राणा कपूर (Rana Kapoor) को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिस ले जाया गया है। ईडी ने शुक्रवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी की थी। कपूर के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है। सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में ईडी को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है।
अधिकारियों ने बताया था कि छापेमारी पश्चिमी मुंबई में उनके समुद्र महल स्थित आवास पर की गई थी। यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना था।
केंद्रीय एजेंसी कपूर की भूमिका एक कॉरपोरेट इकाई को ऋण के वितरण और उसके बाद कथित रूप से कथित कमबैक के संबंध में जांच कर रही है जो कथित तौर पर उसकी पत्नी के खातों में प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य कथित अनियमितताएं भी एजेंसी की जांच के दायरे में हैं।
अधिकारियों ने कहा कि कपूर के खिलाफ मामला डीएचएफएल जांच से भी जुड़ा हुआ है क्योंकि बैंक ने कंपनी को कथित तौर पर एनपीए करार दिया था। इससे पहले रिजर्व बैंक ने गुरुवार को यस बैंक के बोर्ड को भंग करते हुए ग्राहकों द्वारा खातों से 50,000 रुपये प्रति माह से ज्यादा निकासी पर रोक लगा दी थी। .
Mumbai: Rana Kapoor, #YesBank founder has been taken to Enforcement Directorate office for questioning. More details awaited. pic.twitter.com/IvjtSaWpEm
— ANI (@ANI) March 7, 2020
यस बैंक अगस्त, 2018 से संकट में है। उस समय रिजर्व बैंक ने बैंक के संचालन और ऋण से जुड़ी खामियों की वजह से तत्कालीन प्रमुख राणा कपूर को 31 जनवरी, 2019 तक पद छोड़ने को कहा था। उनके उत्तराधिकारी रवनीत गिल के नेतृत्व में बैंक ने संकटग्रस्त ऋणों की सूचना प्रकाशित की। बैंक को मार्च, 2019 की तिमाही में पहली बार घाटा हुआ।