एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी पीछे नहीं, पढ़ें- 5 विवादास्पद बयान

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नई दिल्ली: भारत राजनीति में अब जनता से जुड़े बुनियादी मुद्दों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी, किसानों की हालत, बिजली, सड़क, साफ पानी पर शायद ही अब बहस होती हो. लेकिन धर्म से जुड़ी भावनात्मक बातों पर बवाल हमेशा जारी रहता है. मेरठ की सरधना विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक  संगीत सोम  ने एक बार फिर से विवादित बयान  दे दिया है. उनका कहना है कि ताज महल बनाने वालों को तवज्जो नहीं मिलनी चाहिए. यह गद्दारों ने बनवाया है. इसके बाद इस पर पूरे देश में बहस छिड़ गई और सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनलों पर इसी बात की चर्चा होने लगी. संगीत सोम के इस बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए विपक्षी पार्टियां भी आगे आ गईं तो एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसीभी पीछे रहे. उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना बंद कर देंगे क्योंकि यह भी तो गद्दारों का ही बनवाया हुआ है. लेकिन विवादित बयानों के इस दौर में असुद्दीन ओवैसी के वह बयान भी आ याद आ रहे हैं जिनके पीछे अच्छा-खासा बवाल हो चुका है.

1- हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लातूर जिले के उदगीर तहसील में रविवार को एक जनसभा के दौरान विवादस्पद बयान दिया था कि संविधान में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि किसी को ‘भारत माता की जय’ बोलना है. मैं यह नारा नहीं लगाता. आप क्या करने जा रहे हैं भागवत साहब. अगर आप मेरे गले पर चाकू भी रखेंगे, तो भी मैं ये नारा नहीं लगाऊंगा. दरअसल उन्होंने यह बात उस समय उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान के जवाब में कही थी कि जिसमें उन्होंने कहा था कि नई पीढ़ी को ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए.

2- नोटबंदी के समय असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि हैदराबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों में बैंक और एटीएम काम नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘मिलाद-उन-नबी’ के मौके पर पैसा नहीं निकाल पाया हूं. ओवैसी बयान के पीछे नोटबंदी को धर्म से जोड़कर देखा गया था. उनके संदेश का मतलब था कि सरकार मुस्लिम बहुल इलाकों में पैसा नहीं भेज रही है.

3- 6 दिसंबर 2015 को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं, बाबरी मस्जिद बनकर रहेगी.

4- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार की शुरुआत करते हुए असुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि सपा-कांग्रेस का अलायंस दादरी-बाबरी के अलायंस जैसा है.

5- एक बार असुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि इस्लाम ही सभी लोगों का घर है. अगर दूसरे धर्म के लोग इस्लाम अपनाते हैं तो यह उनके लिए घर वापसी जैसा होगा. हल बच्चा मुस्लिम होकर ही जन्म लेता है.