नई दिल्ली: कठुआ गैंगरेप मामले में पीड़ित परिवार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और कोर्ट मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. इस मामले पर दो बजे सुनवाई होगी. याचिका में पीड़ित परिवार, पीड़ित की स्थानीय वकील दीपिका सिंह और उनके परिवार के सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा है कि केस को जम्मू से चंडीगढ ट्रांसफर किया जाए. पीड़िता के वकील दीपिका राजावत ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बच्ची के बॉयोलॉजिकल पिता की मौत की अफवाह उड़ाई गई है. पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर केस को जम्मू कश्मीर से बाहर ट्रान्सफर करने की मांग की है. याचिका में मांग की कि केस को चंडीगढ़ ट्रांसफर कर दिया जाए क्योंकि जम्मू में केस का ट्रॉयल सही से नहीं होगा.
याचिका में मांग की गई है कि जुवेनाइल होम जहां नाबालिग़ आरोपी है वहां किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को नाबालिग़ आरोपी से न मिलने दिया जाए. इसमें यह भी कहा गया है कि इस मामले की जांच राज्य सरकार द्वारा जारी रहे और अगर जरूरत पड़े तो जांच की रिपोर्ट को कोर्ट के सामने रखा जाए और कोर्ट जांच की खुद निगरानी करे ताकि पारदर्शी और निष्पक्ष जांच हो सके.
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को कहा था कि दुष्कर्म के खिलाफ सख्त सजा दिलाने के लिए मंत्रालय का पोस्को (यौन उत्पीड़न से बच्चों की सुरक्षा) अधिनियम में संशोधन लाने का इरादा है.
गौरतलब है कि कठुआ की आठ साल की बच्ची का 10 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था. बच्ची को एक मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान उसे भूखा रखा गया और नशीली दवाइयां दी गईं और बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. इसके बाद बच्ची की हत्या कर दी गई. बच्ची का शव 17 जनवरी को रसाना गांव के जंगल से मिला था.