भारत ने बुधवार को कोविड-19 के 170 हॉट-स्पॉट जिलों की पहचान की है और 207 जिलों को संभावित हॉट-स्पॉट के तौर पर देखा जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए यहां पर कड़ाई से नियमों का पालन करने को कहा गया है ताकि इस जानलेवा संक्रमण को आगे फैलने से रोका जा सके।
कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपने प्रयास और तेज करते हुए परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को यह सलाह दी है कि देश के 718 जिलों को हॉट-स्पॉट और नॉन हॉट-स्पॉट जिलों और ग्रीन जोन में वर्गीकरण करें। लेकिन, मंत्रालय की तरफ से यह आगाह किया गया है कि जो जिले नॉन हॉट-स्पॉट है लेकिन वहां स्पॉट-स्पॉट बनने की संभावना है, वहां पर अथॉरिटीज लॉकडाउन के नियमों में किसी भी तरह की छूट न दे।
सबसे ज्यादा तमिलनाडु, यूपी, दिल्ली में हॉट-स्पॉट
देश के जिन 170 जिलों को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है उनमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु के 37 जिले हैं, जिनमें से 22 जगह की पहचान की गई है। इसके अलावा, महाराष्ट्र और यूपी में 13, राजस्थान में 12, दिल्ली में 10 और आंध्र प्रदेश के 11 जिलों को चिन्हित किया गया है।
इसके बाद तेलंगाना में 9 जिलों की पहचान की गई है जबकि पंजाब, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर के 8 जिले हैं। साथ ही, केरल के 7, मध्य प्रदेश, हरियाणा और गुजरात के 6 जिलो में हॉट-स्पॉट घोषित किया गया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और असम के 5 जिले हैं जबकि बिहार और पश्चिम बंगाल में 4 जिलों को रेड जोन में रखा गया है।
नोएडा में 4 जगहों को संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित जगहों की श्रेणी से हटाया
गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित चिह्नित किए गए 31 जगहों में से चार को हालात सामान्य होने के बाद इस श्रेणी से हटा दिया गया है। यहां के जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने बताया कि सेक्टर 78 स्थित हाइट पार्क, सेक्टर 100 में स्थित लोटस स्पेसीया, सेक्टर 41 तथा सेक्टर 30 को सर्वाधिक संक्रमित की श्रेणी से हटा लिया गया है। लेकिन वहां पर लॉकडाउन जारी रहेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाकी 27 जगहें अभी संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित की श्रेणी में रहेंगी। जिनमें सुपरटेक केपटाउन सेक्टर 74, अल्फा फर्स्ट ग्रेटर नोएडा, निराला ग्रीनशायर सेक्टर 2 ग्रेटर नोएडा, और पतवारी विलेज, लॉजिक्स ब्लॉसम कांउन्टी सेक्टर 137, पारस टियेरा सेक्टर 137 और वाजिदपुर गांव शामिल है।
उन्होंने बताया कि इन जगहों को पूरी तरह से सील करके इन्हें संक्रमणमुक्त करने का कार्य कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि इन स्थानों पर रहने वाले लोगों के खाने-पीने और दवाई आदि की समुचित व्यवस्था की गई है।