खुदरा महंगाई दर में गिरावट के बाद थोक महंगाई दर भी गिरी, घटकर 2.47 फीसदी हुई

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नई दिल्ली: देश की मार्च महीने की थोक मूल्य आधारित महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) में फरवरी के मुकाबले मामूली गिरावट आई है. मार्च में थोक महंगाई दर 2.47 फीसदी रही है. वहीं, फरवरी 2018 में यह दर 2.48 फीसदी थी. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2017 में डब्ल्यूपीआई महंगाई दर इससे दोगुनी से भी अधिक 5.11 फीसदी थी.

इससे पहले खुदरा महंगाई दर में कमी दर्ज गई थी. खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए थे. साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही थी, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.

आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.