ग्लोबल ट्रेड में चुनौतियों से भारत को हो सकता है फायदा: प्रभु

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नई दिल्ली
कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री मिनिस्टर सुरेभ प्रभु ने कहा है अगर भारत सही दिशा में बढ़ता है तो उसे ग्लोबल ट्रेड में चुनौतियों से फायदा मिल सकता है। वह अमेरिका और चीन के बीच शुरू हुई ट्रेड वॉर से बनने वाली स्थिति का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि कुछ देशों की ओर से उठाए गए कदमों से दुनिया की पूरी व्यापार व्यवस्था की परीक्षा हो रही है।प्रभु ने कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के सालाना सत्र में कहा कि यह भारत के लिए बहुत अच्छा मौका है। उन्होंने देश के जल्द ही 5 लाख करोड़ डॉलर की इकॉनमी बनने की उम्मीद जताई। उनका कहना था कि भारत के दुनिया के बड़े देशों के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। प्रभु ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) में ट्रेड को लेकर बातचीत मे गतिरोध को पिछले महीने नई दिल्ली में एक मिनी मिनिस्ट्रियल मीटिंग के जरिए दूर करने की भारत की कोशिश का जिक्र किया।

उनका कहना था, ‘आप कल्पना नहीं कर सकते कि इससे दुनिया में देश की साथ कितनी मजबूत हुई है।’ प्रभु ने बताया कि सरकार एक प्रकार के समझौते के लिए अफ्रीकी देशों के साथ बातचीत कर रही है। इस समझौते का दायरा बाद में बढ़ाया जाएगा। यूरोपियन यूनियन के साथ भी जल्द बातचीत शुरू होने जा रही है।

अमेरिका ने अपने देश में इम्पोर्ट वाले आइटमों पर जो टैरिफ लगाए हैं उनका बड़ा असर चीन पर पड़ेगा। इसके साथ ही भारत को भी इन टैरिफ से कुछ नुकसान होने की आशंका है। प्रभु ने कहा कि सरकार इसे लेकर सतर्कता से चल रही है। उनका कहना था, ‘भारत के हितों की सुरक्षा के लिए हम अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि चीन ने भी भारत के साथ अपने व्यापार को संतुलित बनाने पर सहमति दी है।

अमेरिका की ट्रंप सरकार ने पिछले महीने चीन और भारत सहित बहुत से देशों से स्टील और एल्युमीनियम के इम्पोर्ट पर इम्पोर्ट ड्यूटी लगाई थी। बाद में उसने चीन के कुछ और गुड्स पर भी ड्यूटी लागू की थी। चीन ने भी इसके जवाब में अमेरिका से इम्पोर्ट होने वाले गुड्स पर ड्यूटी लगाई है। इससे ग्लोबल ट्रेड में बड़ा उतार-चढ़ाव होने की आशंका बनी है। प्रभु ने कहा, ‘हम एक दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। अगर हम सही दिशा में बढ़ते हैं तो यह हमारे लिए एक अच्छी संभावना वाला समय भी है।’