पतौना पुलिस का आतंक और बदमाशों की गुंडागर्दी से परीशान पीड़ित परिवार घर छोड़ने को मज़बूर

212

केरवाड़ गांव की एक पीड़ित महिला पुलिस महानिरीक्षक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।

बिस्फी।पतौना ओपी पुलिस के आतंक से केरवाड़ गांव के एक परिवार अपने घर छोड़ संबंधियों के यंहा रहने को मजबूर है।मामले को लेकर पीड़ित महिला मीना देवी पति कैलाश साह ने पुलिस महानिरीक्षक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।पीड़िता के द्वारा 31 दिसंबर को आईजी दरभंगा को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि पतौना थाना कांड संख्या 52/2022 के अभियुक्त गण के द्वारा जबरन घर मे घुसकर जान से मार देने की धमकी दी जारही है। पतौना पुलिस धन-बल के प्रभाव में आकर अभियुक्तों को बचाने का पूर्ण रूप से प्रयास कर रही है।यंहा तक कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी नही की और केश से दो लोगों का नाम हटा दिया गया।इस बीच उच्च न्यायालय से अभियुक्त को बेल मिल जाने के पश्चात केश उठा लेने की धमकियां दी जारही है। बिगत 25 दिसंबर को उक्त अभियुक्तगण राकेश साह सहित अज्ञात अन्य अपराधियों के साथ घर मे घुस इज्जत-आबरू खराब करने के नियत से जबरन घर मे घुस गाली गलौज करते हुए मारने पीटने लगा।बच्चों के द्वारा हो हल्ला के पश्चात धमकी देते हुए सभी अपराधी वँहा से भाग निकले।उन्होंने कही है कि उन सभी लोगो के द्वारा दी गई धमकी के कारण हम सभी डरे सहमे अपना घर छोड़ दरभंगा अपने रिश्तेदार के यंहा चली आई। पीड़ित मीना देवी के पुत्री ने बताई की 112 नबंर पर फोन करने के दो घंटे पश्चात पुलिस मेरे घर पंहुची और मुझे ही धमकाते हुए कहा कि अब अभियुक्त को बेल मिल गया है तुम लोग उसका क्या उखाड़ लोगो।केश उठा लो और मिल जुल कर रहो। पतौना पुलिस के कार्यशैली से मर्माहत पीड़िता ने आईजी मिथिला परिक्षेत्र दरभंगा से न्याय की गुहार लगाते हुए अभियुक्त जनों पर करवाई की मांग की है।