बंगाल: सेंट्रल कोरोना टीम के पांच दिन में 2 दौरे और 4 पत्र, बिना पुलिस परमिशन बीएसएफ गेस्ट हाउस से बाहर नहीं जा सकते

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बंगाल: सेंट्रल कोरोना टीम के पांच दिन में 2 दौरे और 4 पत्र, बिना पुलिस परमिशन बीएसएफ गेस्ट हाउस से बाहर नहीं जा सकते

कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम में राज्य सरकार के प्रयासों का आकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल गई केन्द्रीय टीम को भारी परेशानी सामना करना पड़ा रहा है और स्थानीय स्तर पर मदद नहीं मिल पा रही है। बंगाल गई केन्द्रीय टीम ने गृह मंत्रालय से कहा है कि उन्हें राज्य सरकार से न सूचना मिल रही है और न मदद बल्कि वे वहां पर जाकर फंस गई है।

सीनियर आईएएस ऑफिसर अपूर्व चंद्र की अध्यक्षता में अंतर मंत्रालयी दल ने यह भी कहा कि उनके साथ सुरक्षा में लगे बीएसएफ के जवानों को उनकी यात्रा की शुरुआत में ही यह कहा गया है कि बिना राज्य पुलिस के आदेश के केन्द्रीय दल को बाहर नहीं जाना चाहिए। कोविड-19 टीम कोलकाता 20 मार्च (सोमवार) को पहुंची थी।

गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी ने हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बात करते हुए कहा, ऐसा लगता है कि कोविड-19 टीम बीएसएफ के गेस्ट हाउस में ज्यादातर समय फंसी रहती है और मुश्किल से वे 6 घंटे ही फील्ड में समय दे पाती है। गृह मंत्री अमित शाह को इस बारे में बता दिया गया है और ऐसी खबर है कि वे इस बात से नाराज हैं कि किस तरह से राज्य की मदद करने के केन्द्र के प्रयासों को रोका जा रहा है।

home minister amit shah and west bengal cm mamata banerjee file pic

पिछले पांच दिन पश्चिम बंगाल में कोविड-19 टीम के बीतने पर अपूर्व चंद्रा ने गृह मंत्रालय से बताया कि टीम सिर्फ 2 फील्ड विजिट्स, तीन अस्पताल और एक क्वारंटाइन सेंटर का दौरा कर पाई और दूसरे दौरे से वापसी के समय हावड़ा जिले के उलुबेरिया सब-डिविजन में सलकिया कंटेनमेंट जोन गए। कोरोना के खिलाफ राज्यों की मदद के लिए बनाई गई कई टीमों में से एक टीम का नेतृत्व अपूर्व चंद्रा कर रहे हैं। जिस दिन अपूर्व चंद्रा की टीम को बंगाल दौरे पर जाने केन्द्र की तरफ से कहा गया था उसी दिन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना और तमिलनाडु के लिए भी टीमों का गठन किया गया था।

गौरतलब है कि केन्द्रीय दल के बंगाल जाने से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को खत लिखते हुए ऐसी टीम के बनाए जाने के आधार पर सवाल किया था। केन्द्रीय टीम को राज्य सरकार से सहायता न मिलने पर गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार केन्द्र के प्रयासों में बाधा खड़ी न करे।

केन्द्रीय टीम ने उत्तर बंगाल में बंद का और सख्ती से पालन कराने का सुझाव दिया

कोविड-19 से हालात का जायजा लेने उत्तर बंगाल पहुंची केंद्र की एक टीम ने पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिख कर उत्तर बंगाल में लॉकडाउन का और सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। दो केन्द्रीय टीमें राज्य के दौरे पर हैं। एक टीम कोलकाता और दूसरी उत्तर बंगाल के सिलिगुडी का दौरा कर रही हैं।

उत्तर बंगाल का दौरा कर रही टीम ने मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को पत्र लिख कर कहा कि हालत पर नजर रखने और सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदम कितने प्रभावी साबित हो रहे हैं, इन बातों की जानकारी देने के लिए और फील्ड अधिकारियों की जरूरत है। इस टीम की अगुवाई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विनीत जोशी कर रहे हैं।

जोशी ने अपने पत्र में कहा,”तत्काल कदम के तौर पर यह सुझाव दिया जाता है कि महामारी को और आगे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन का और सख्ती से पालन होना जरूरी है। हालत पर नजर रखने और सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदम कितने प्रभावी साबित हो रहे हैं, इन बातों की जानकारी देने के लिए और फील्ड अधिकारियों को तैनात करने की जरूरत है। उन्होंने सिलिगुडी के पुलिस आयुक्त के साथ बैठक की भी मांग की ताकि उत्तर बंगाल में कोविड-19से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों के बारे में सूचना जुटाई जा सके।