बिस्फी प्रखंड के जगवन पंचायत में मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तमशिल अहमद के नेतृत्व में एक मिथिलावादी विचारधारा को मजबूती हेतु बैठक का आयोजन किया गया।

406

दिनांक 23 अगस्त 2020 को मिथिला स्टूडेंट यूनियन द्वारा “एक साथ,एक दिन,100 पंचायत “अन्तर्गत .बिस्फी प्रखंड के जगवन पंचायत में मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तमशिल अहमद के नेतृत्व में एक मिथिलावादी विचारधारा को मजबूती हेतु बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के मुख्य उद्देश्य गांव-गांव की सम्पनता को लेकर अविकसित निति अदूरदर्शी नीति के खिलाफ युवाओ को जागरूक करना था एवं युवाओ के माध्यम से गांव के विकास की बात करना है ।सर्वविदित है कि पिछले 30 सालों की बिहार सरकार ने गांव की सम्पनता को छिनने का काम किया है।शिक्षा व्यवस्था को गर्त में मिलाने का काम किया है।स्वास्थ्य सुविधा एवं रोजगार हेतु लोगो को पलायन का शिकार होने पर मजबूर किया है।

मिथिला स्टूडेंट यूनियन लगातार एक विकसित मिथिला की परिकल्पना को लेकर “मिथिला विकास बोर्ड ” व अन्य मांगों के साथ मिथिला के आमजन और समाज के अंतिम पंक्ति के लोगो का मुखर आवाज केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष मांगो को मजबूती से रखती आ रही हैं।।

हमारे यहाँ के “विजनलेस ” अदूरदर्शी सोच वाले जनप्रतिनिधि अपनी दाबेदारी एवं जीतकर जनता के वोटों का सौदा कर आम जनता,मध्य्मवर्ग ,गरीब परिवार को भुखमरी- गरीबी,पलायन, कुव्यवस्था, अशिक्षा, अराजकता का सौगात देने का काम करती हैं।हमारे गांव की किसानों की बदहाली,उवर्रक, खाद-बीज एवं कृषिक्षेत्र,नहर व डेम (पानी संरक्षण) की ना सोचकर यहाँ के भोली-भाली जनता को ,किसान को बाढ़ व सुखाड़ का दंश/विभीषिका का सौगात देती हैं।।

हमारे ग्रामीण इलाके छात्र ओजस्वी,पढ़ाकू एवं मेहनती हैं लेकिन यहाँ के छात्रों का दुर्भाग्य हैं कि उन्हें अच्छे शिक्षा हेतु शिक्षा माफिया व प्राइवेट स्कूल व कोचिंग संस्थानो का शिकार होना पड़ता हैं।उच्च शिक्षा हेतु उन्हें अन्य जगह पलायित पढ़ाई करना पड़ता हैं।।प्राथिमिक,माध्यमिक व उच्च शिक्षा के लिए उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की काम करती हैं।

वर्तमान सरकार व पूर्व सरकार की उधोग नीति को लेकर कोई सोच ही नही है जिसका कारण यह हैं कि इस क्षेत्र को सस्ता मजदूर का केंद्र बना दिया गया हैं।।यहाँ के मात्र 5% से भी कम लोग उधोग के कारण काम कर रहे है।इसका सबसे बड़ा कारण यह हैं कि लगभग 30 सालों में एक भी उधोग का नही लगना हैं।।

इस बैठक के माध्यम से हम यह आहूत करना चाहेंगे कि इस बार क विधानसभा में मिथिलावादी विचारघारा के प्रेरक मिथिला विकास बोर्ड व मिथिला के गांव गांव तक विकास की किरण की सोच रखने वाले मिथिलावादी को चुनने का करेगें।।इस बिहार विधानसभा चुनाब में विजनलेस,अकर्मण्य,भ्रष्टाचारी व अविकसित सोच वाले जनप्रतिनिधियो को बदले मिथिलावादी को चुनने का काम करेंगे।।