सीतामढ़ी । बिहार के सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपर के भादा गांव के समीप बागमती के ध्वस्त तटबंध के समीप निर्माणाधीन तटबंध शुक्रवार की सुबह करीब 30 फीट की चौड़ाई में एक बार फिर से बह गया।मौके पर कैम्प कर रहे अधीक्षण अभियंता रंजीत कुमार सिंह व कार्यपालक अभियंता शशि रंजन कुमार पांडेय ने इसे संवेदक की लापरवाह कार्यसंस्कृति का परिणाम बताया है।
बचाव कार्य में लगे इन अधिकारियों ने कहा कि संवेदक की ओर से अगर थोड़ी सी भी सतर्कता बरती गई होती तो तटबंध को बचाया जा सकता था। घटना को लेकर विभागीय सहायक अभियंता संजय कुमार ने संवेदक मेसर्स दीप शिखा कंस्ट्रक्शन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी के अनुसार बुधवार की शाम को तटबंध के टूटान पर निर्माण पूरा कर कंट्री साइड में पानी के बहाव को रोक दिया गया था। नवनिर्मित क्लोजर की मजबूती को लेकर संवेदक से बार बार अनुरोध व निर्देश के बावजूद लापरवाही बरती गई।
संवेदक के स्तर से गुरुवार को कार्य नहीं किये जाने तथा बागमती के जलस्तर में अचानक आई उछाल व पानी के भारी दबाव के कारण शुक्रवार की सुबह तटबंध टूट गया। दूसरी ओर , बागमती के जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के कारण लोगों में अफरा-तफरी का माहौल है।
बाढ़ नियंत्रण केंद्र से मिली सूचना के अनुसार शुक्रवार को बागमती का पानी ढेंग, सोनाखान,डुब्बाधार व कटौंझा में अपने लाल निशान के पार बह रहा है। कंट्री साइड के निचले इलाके में बाढ़ के पानी का फैलाव तेजी से जारी है।