राहत वेलफेयर फाउंडेशन ने मनाया सवतंत्रता दिवस का जश्न

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राहत वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा ‘जश्न-ए-आजादी प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया! इस कार्यक्रम में संस्था की अध्यक्ष श्रीमती सना खान ने कहा की की १५ अगस्त को केवल तिरंगा झंडा फहरा लेना एवं प्रधान मंत्री जी का भाषण सुन लेना ही अपने सवतंत्रता सेननयों के लिए श्रद्धांजलि नहीं होता बल्कि इस दिन को समीक्षा दिवस के रूप में मनाना चाहिए की हमने पिछले दिनों में देश की एकता अखंडता एवं आंतरिक सुरक्षा के लिए कितना बलिदान दिया है और हम सबकी नैतिक ज़िम्मेदारी भी बनती हे की हम देश की संविधान के सुरक्षा के लिए मज़बूत पहल करें!
उन्हों ने सवतंत्रता दिवस की महत्तवता एवं उत्सव पर प्रकाश डालते हुए कहा की स्वतंत्रता दिवस प्रतीक है भारत में पतंग उड़ाने के खेल का। अनगिनत विभिन्न आकार, प्रकार और स्टाईल के पतंगों से भारतीय आकाश पट जाता है। इनमें से कुछ तिरंगे के तीन रंगो में भी होता है जो राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करता है। स्वतंत्रता दिवस का दूसरा प्रतीक नई दिल्ली का लाल किला है जहाँ 15 अगस्त 1947 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने तिरंगा फहराया था।

1947 में ब्रिटीश शासन से भारत की आजदी को याद करने के लिये हम स्वतंत्रता दिवस को मनाते है। 15 अगस्त भारत के पुनर्जन्म जैसा है। ये वो दिन है जब अंग्रेजों ने भारत को छोड़ दिया और इसकी बागडोर हिन्दूस्तानी नेताओं के हाथ में आयी। ये भारतियों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन है और भारत के लोग इसे हर साल पूरे उत्साह के साथ मनाते है। इस अवसर पर संस्था के दुवारा संचालित विध्यालय राहत क्रिएटिव स्कूल के प्रधानाध्यापक शाकिब खान एवं शिक्षिका शबाना अदि उपस्थित थीं !एवं बच्चों में मिठयां बिस्कुट इत्यादि भी वितरण किया गया !